PAK पर पलटवार: 26/11 हमले से लेकर पाकिस्तान में हिंदू-सिखों के कत्लेआम तक...भारत ने क्यों याद दिलाई पड़ोसी मुल्क की नापाक हरकतें?

26/11 हमले से लेकर पाकिस्तान में हिंदू-सिखों के कत्लेआम तक...भारत ने क्यों याद दिलाई पड़ोसी मुल्क की नापाक हरकतें?

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर मंगलवार को धर्म ध्वज फहराए जाने के बाद पाकिस्तान के बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि पड़ोसी मुल्क में हिंदुओं और सिखों का कत्लेआम हुआ वह लोग ह्यूमन राइट्स की बात कर रहा हैं। इसके अलावा पूनावाला ने 26/11 हमले का भी जिक्र किया।

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बीजेपी का करारा पलटवार

राम मंदिर के झंडा फहराने के कार्यक्रम पर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के बयान पर BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि "पाकिस्तान, एक ऐसा देश जहां हिंदुओं और सिखों का कत्लेआम हुआ, और यहां तक ​​कि अहमदिया, अघाखानी, शिया, बलूच भी मारे गए, वह ह्यूमन राइट्स की बात कर रहा है? वह भी 26/11 को, जिस दिन उन्होंने भारत पर हमले करने के लिए कई आतंकवादी भेजे और 170 बेगुनाह भारतीयों को मार डाला। ऐसी बातें भारत में भी सुनी जाती हैं और ऐसा लगता है कि विपक्ष के कुछ नेता हिंदुत्व, राम मंदिर, भगवान राम के अस्तित्व और ध्वजारोहण के खिलाफ इसी स्क्रिप्ट को फॉलो करते हैं।

पाकिस्तान ने फिर रोना-रोया

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट के जरिए भारत पर झूठे आरोप लगाए थे। मंत्रालय ने कहा था कि पाकिस्तान ने अयोध्या में ऐतिहासिक बाबरी मस्जिद की जगह पर बने "राम मंदिर" पर झंडा फहराने पर गहरी चिंता जताई है। बाबरी मस्जिद, जो सदियों पुरानी पूजा की जगह थी, को 6 दिसंबर 1992 को गिरा दिया गया था। भारत में बाद की कानूनी प्रक्रिया, जिसमें जिम्मेदार लोगों को बरी कर दिया गया और गिराई गई मस्जिद की जगह पर मंदिर बनाने की इजाजत दी गई, अल्पसंख्यकों के प्रति भारतीय सरकार के भेदभाव वाले रवैये के बारे में बहुत कुछ बताती है।

आगे लिखा था कि यह भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर दबाव के एक बड़े पैटर्न और बहुसंख्यक हिंदुत्व सोच के असर में मुस्लिम सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को जानबूझकर खत्म करने की कोशिशों को दिखाता है। कई दूसरी ऐतिहासिक मस्जिदों को अब भी इसी तरह के अपमान या गिराए जाने के खतरों का सामना करना पड़ रहा है, जबकि भारतीय मुसलमान लगातार बढ़ते सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक हाशिए पर धकेले जाने का सामना कर रहे हैं।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय से गुहार

पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की थी। पड़ोसी मुल्क ने कहा था कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भारत में बढ़ते इस्लामोफोबिया, हेट स्पीच और नफरत से प्रेरित हमलों पर ध्यान देने की अपील करता है। यूनाइटेड नेशंस और संबंधित इंटरनेशनल संस्थाओं को इस्लामिक विरासत की सुरक्षा और सभी माइनॉरिटीज के धार्मिक और सांस्कृतिक अधिकारों की सुरक्षा पक्का करने में एक कंस्ट्रक्टिव भूमिका निभानी चाहिए।

पाक की भारत से अपील

मंत्रालय ने आगे कहा था कि पाकिस्तान भारत सरकार से अपील करता है कि वह मुसलमानों समेत सभी धार्मिक समुदायों की सुरक्षा पक्का करके और इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स की जिम्मेदारियों के मुताबिक उनके पूजा स्थलों की सुरक्षा करके अपनी जिम्मेदारियों को निभाए।

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Created On :   27 Nov 2025 11:23 AM IST

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