प्रधानमंत्री मणिपुर, त्रिपुरा में 5,500 करोड़ रुपये की 25 से ज्यादा परियोजनाओं की बुनियाद रखेंगे
डिजिटल डेस्क, इंफाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्वोत्तर के दो राज्यों मणिपुर और त्रिपुरा के अपने दौरे के दौरान मंगलवार को 5,500 करोड़ रुपये की 25 से अधिक परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री मणिपुर में विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार अभियान की शुरुआत भी करेंगे और अगले साल होने वाले चुनावों से पहले त्रिपुरा में पार्टी को फिर से जीवंत करेंगे। प्रधानमंत्री के दौरे को देखते हुए भाजपा शासित दोनों राज्यों में भारी सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं और प्रधानमंत्री के काफिले के सुगम मार्ग के लिए कई महत्वपूर्ण राजमार्गो पर सामान्य यातायात प्रतिबंध लगा दिया गया है।
मोदी पहले इंफाल जाएंगे और इंफाल पूर्वी जिले में स्थित महल परिसर में एक जनसभा को संबोधित करेंगे और 4,800 करोड़ रुपये से अधिक की 22 परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे व आधारशिला रखेंगे। इंफाल से प्रधानमंत्री अगरतला जाएंगे, जहां वह करीब 450 करोड़ रुपये की लागत से बने महाराजा बीर बिक्रम हवाईअड्डे के नए एकीकृत टर्मिनल भवन का उद्घाटन करेंगे।
वह त्रिपुरा में दो महत्वपूर्ण योजनाओं मुख्यमंत्री त्रिपुरा ग्राम समृद्धि योजना और विद्याज्योति स्कूलों के प्रोजेक्ट मिशन 100 का भी शुभारंभ करेंगे। प्रधानमंत्री के चुनावी मणिपुर दौरे से चुनाव से पहले राजनीतिक गतिविधियां और तेज हो जाएंगी।
60 सीटों वाली मणिपुर विधानसभा के लिए फरवरी-मार्च में उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड और गोवा के साथ चुनाव होने की संभावना है। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री देश के सभी हिस्सों में कनेक्टिविटी में सुधार के लिए अपने दृष्टिकोण के अनुरूप मणिपुर में 1,700 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजना लागत वाले राष्ट्रीय राजमार्गो की आधारशिला रखेंगे। इस क्षेत्र में मोबाइल कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाने के लिए प्रधानमंत्री लगभग 1,100 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 2,350 से अधिक मोबाइल टावर जनता को समर्पित करेंगे।
मणिपुर में मोदी अत्याधुनिक कैंसर अस्पताल की आधारशिला भी रखेंगे और 200 बिस्तरों वाले नए कोविड अस्पताल का उद्घाटन करेंगे। पीएम रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए सेंटर फॉर इन्वेंशन, इनोवेशन, इनक्यूबेशन एंड ट्रेनिंग की नींव भी रखेंगे।
वह मणिपुर इंस्टीट्यूट ऑफ परफॉर्मिग आर्ट्स की नींव भी रखेंगे, जिसके लिए पहली बार 1990 में विचार किया गया था, लेकिन यह कई वर्षो तक अमल में नहीं आ सका। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह और त्रिपुरा के उनके समकक्ष बिप्लब कुमार देब सहित भाजपा नेता और अन्य पदाधिकारी व्यक्तिगत रूप से प्रधानमंत्री के दिनभर के दौरे की सभी व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे हैं।
(आईएएनएस)
Created On :   3 Jan 2022 11:30 PM IST