MP politics: नेहरू और इंदिरा के समय में किया गया SIR क्या गलत था? BJP अध्यक्ष ने कांग्रेस पर साधा निशाना

नेहरू और इंदिरा के समय में किया गया SIR क्या गलत था? BJP अध्यक्ष ने कांग्रेस पर साधा निशाना
एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) को लेकर बंगाल, यूपी और मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों में सियासी बवाल मचा हुआ है। गुरुवार को मध्यप्रदेश कांग्रेस ने राजधानी भोपाल में प्रदर्शन किया। वहीं राज्य के बीजेपी अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने एसआईआर का विरोध करने को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है।

डिजिटल डेस्क, भोपाल। एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) को लेकर बंगाल, यूपी और मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों में सियासी बवाल मचा हुआ है। गुरुवार को मध्यप्रदेश कांग्रेस ने राजधानी भोपाल में प्रदर्शन किया। वहीं राज्य के बीजेपी अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने एसआईआर का विरोध करने को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए एसआईआर का विरोध कर रही है।

'कांग्रेस की कोई विचारधारा नहीं'

गुरुवार को नरसिंहगढ़ में एसआईआर को लेकर आयोजित कार्यशाला में खंडेलवाल ने कहा, ''कांग्रेस कोई राजनीतिक दल नहीं था। कांग्रेस आजादी के आंदोलन के समय एक अंग्रेज द्वारा बनाया गया एक मंच था, जिसमें सभी विचारधारा के लोग शामिल होकर देश को आजाद कराने का कार्य कर रहे थे। देश के आजाद होने के बाद महात्मा गांधी कांग्रेस को समाप्त करना चाहते थे, लेकिन जवाहरलाल नेहरू ने सत्ता के लिए इसका उपयोग किया। नेहरू परिवार आज भी इसका उपयोग सत्ता के लिए कर रहा है, जबकि कांग्रेस की अपनी कोई विचारधारा ही नहीं है।''

BJP ने विचारधारा से कभी समझौता नहीं किया

उन्होंने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी अपने गठन के समय से लेकर आज तक एक विचारधारा को लेकर आगे बढ़ रही है। पार्टी ने कभी अपनी विचारधारा से समझौता नहीं किया। कार्यकर्ता आधारित भाजपा संगठन आज भी अपनी विचारधारा पर अडिग है। एसआईआर की प्रक्रिया मतदाता सूची के शुद्धिकरण और पारदर्शी चुनाव कराने के लिए आवश्यक है। भाजपा अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे एसआईआर प्रक्रिया में मतदाताओं का सहयोग करें और यह सुनिश्चित करें कि किसी भी पात्र व्यक्ति का नाम मतदाता सूची से न कटने पाए।

पहली बार नहीं हो रहा SIR

खंडेलवाल ने कहा कि निर्वाचन आयोग एसआईआर प्रक्रिया को पहली बार नहीं करा रहा है। हर 20-25 वर्षों में एसआईआर की प्रक्रिया अपनाई जाती है। पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के समय में भी एसआईआर किया गया था। आज एसआईआर का विरोध करने वाले कांग्रेस नेता बताएं कि जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के समय में किया गया एसआईआर क्या गलत था। क्या नेहरू और इंदिरा गांधी ने एसआईआर कराकर गलत किया था? हकीकत यह है कि कांग्रेस पार्टी ने देश की जनता का विश्वास खो दिया है। कांग्रेस पार्टी पर जनता अब विश्वास नहीं करती, इसलिए कांग्रेस लगातार चुनाव हारती जा रही है। कांग्रेस पार्टी और उसके नेता चुनावों में मिल रही लगातार हार और अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए एसआईआर का विरोध कर रहे हैं। सभी राजनीतिक दलों को मिलकर एसआईआर का स्वागत करना चाहिए, क्योंकि मजबूत लोकतंत्र के लिए पूरी तरह से पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया आवश्यक है। पारदर्शी चुनाव और मतदाता सूची के शुद्धिकरण के लिए एसआईआर कराया जा रहा है।

Created On :   27 Nov 2025 9:40 PM IST

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