संसद में उठा 'न्यूज क्लिक' का मामला, सरकार ने बताया देश विरोधी प्रोपेगेंडा का हिस्सा, कांग्रेस पर भी साधा निशाना

संसद में उठा न्यूज क्लिक का मामला, सरकार ने बताया देश विरोधी प्रोपेगेंडा का हिस्सा, कांग्रेस पर भी साधा निशाना
  • संसद में गूंजा न्यूज क्लिक का मामला
  • सरकार ने लगाया विपक्षी फंडिंग का आरोप
  • कांग्रेस को भी घेरा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आज (सोमवार) लोकसभा में जमकर बवाल हुआ और इसकी वजह था डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म न्यूज क्लिक। दरअसल, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने द न्यूयार्क टाइम्स की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि न्यूज क्लिक नाम का मीडिया संस्थान चीन से फंडिंग हासिल कर रहा है। इस फंडिंग के जरिए न्यूज क्लिक ने देश में पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ माहौल बनाया। उन्होंने बताया कि, न्यूयार्क टाइम्स की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि न्यूजक्लिक को विदेशी फंडिंग से करीब 38 करोड़ रुपये मिले हैं जिसे कुछ पत्रकारों में बांटा गया है।

बीजेपी सांसद ने इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'साल 2005 से लेकर 2014 के बीच कांग्रेस पर जब भी कोई संकट आया उसे चीन से फंडिंग हुई।' वही निशिकांत दुबे के इन आरोपों को अपमानजनक बताते हुए कांग्रेस ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखा। इस पत्र में पार्टी ने बीजेपी सांसद के इस बयान को लोकसभा के रिकॉर्ड से हटाने की मांग की। बता दें कि साल 2021 में जब ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में न्यूज क्लिक के खिलाफ जांच की थी तो कांग्रेस व अन्य कई विपक्षी दलों ने इसे गलत बताते हुए इसका विरोध किया था। न्यूयार्क टाइम्स की रिपोर्ट आने के बाद अब बीजेपी ने इसी को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है।

वहीं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी न्यूज क्लिक के मामले को लेकर कांग्रेस को घेरा। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, कांग्रेस की मोहब्बत की दुकान न्यूज क्लिक से जुड़ी है। इस नकली मोहब्बत की दुकान में दरअसल चीनी सामान है। उन्होंने कहा न्यूज क्लिक को शुरूआत से ही करोड़ों रुपये की फंडिंग मिली है। हम ऐसे भारत विरोधी एजेंडें को नहीं चलने देंगे।

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि 'न्यूज क्लिक की फंडिंग एक विदेशी नेविल रॉय सिंघम के जरिए हुई है। उसे यह पैसा चीन से मिलाता है। उसका सीधा संबंध चीन की कम्युनिस्ट पार्टी और मीडिया कंपनी माकु ग्रुप से है।'

अनुराग ठाकुर ने कहा, 'न्यूयार्क टाइम्स की रिपोर्ट आने से बहुत पहले से ही सरकार ने यह बता दिया था न्यूजक्लिक एक चीनी प्रचार का एक खतरनाक जाल है। साल 2021 में जब केंद्रीय जांच एजेंसियों ने सबूतों के आधार पर न्यूजक्लिक के खिलाफ जांच शुरू की थी, तो समय कांग्रेस इसके बचाव में उतर आई थी।'

उन्होंने कहा, 'कांग्रेस की तरफ से नेविल और न्यूजक्लिक का बचाव करना स्वाभाविक है क्योंकि उसके नेतृत्व ने कभी राष्ट्रीय हित को महत्व नहीं दिया।'

बता दें कि नेविल रॉय सिंघम एक अमेरिकी बिजनेसमैन और सोशल वर्कर है। वो एक आईटी कंसल्टिंग कंपनी टफ वर्कस का संस्थापक और पूर्व चैयरमैन है। उस पर भारत में चीनी स्टेट मीडिया के प्रोपोगेंडा को कई समूहों में बढ़ावा देने के आरोप लगे हैं।

क्या है मामला?

दो साल पहले ईडी की जांच में पाया गया था कि न्यूजक्लिक मीडिया पोर्टल को विदेश से करीब 38 करोड़ रुपये की फंडिंग हुई थी। ईडी की जांच में पता चला था कि न्यूज क्लिक को यह फंडिंग नेविल रॉय सिंघम द्वारा की गई थी। उसे यह फंडिंग 3 सालों में हुई थी जिसे कई पत्रकारों में बांटा गया था।

अब इसे लेकर द न्यूयार्क टाइम्स ने भी एक रिपोर्ट प्रकाशित की है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि न्यूज क्लिक उस वैश्विक नेटवर्क का हिस्सा था जिसे अमेरिकी करोड़पति नेविल रॉय सिंघम की तरफ से फंडिंग हुई थी। रिपोर्ट में नेवलि रॉय सिंघम का संबंध कथित तौर पर चीनी सरकार से है।

Created On :   7 Aug 2023 1:42 PM GMT

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