Pairing Scheme Protest: योगी सरकार की स्कूलों की पेयरिंग स्कीम के खिलाफ प्रदर्शन जारी, पल्लवी पटेल ने बताया शिक्षा के अधिकार पर खतरा, जानिए क्यों हो रहा है विरोध

योगी सरकार की स्कूलों की पेयरिंग स्कीम के खिलाफ प्रदर्शन जारी, पल्लवी पटेल ने बताया शिक्षा के अधिकार पर खतरा, जानिए क्यों हो रहा है विरोध
  • यूपी के करीब 5 हजार सरकारी स्कूल खतरे में
  • सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
  • भारतीय लोकतंत्र और संविधान की उड़ा रहे धज्जियां

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्राथमिक स्कूलों के लिए पेयरिंग स्कीम लॉच की थी, जिसका विरोध बीते सोमवार से जारी है। आज अपना दल (कमेरावादी) की अध्यक्ष पल्लवी पटेल विरोध प्रदर्शन कर रही हैं, इस दौरान उन्होंने राज्य की बीजेपी सरकार पर जमकर हमला किया। इस प्रदर्शन की शुरूआत मंगलवार को नावेल्टी चौराहे से की गई थी, जो विधानसभा तक पहुंचना था। इस बीच प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने रास्ते में बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। जिसके बाद दोनों पक्षों (पुलिस और प्रदर्शनकारी) में नोक-झोंक हुई। साथ ही उन्होंने सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया है।

इसके पहले यानी सोमवार को राजधानी में समाजवादी पार्टी के कई दिग्गज नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया था।

लोकतंत्र का हो रहा गलत इस्तेमाल

प्रदर्शन के दौरान पल्लवी पटेल ने राज्य सरकार पर हमला करते हुए कहा कि भारतीय लोकतंत्र और संविधान यह बताता है कि देश के सभी नागरिकों को शिक्षा मिले। वहीं, योग्यता के आधार पर नौकरियां दी जाए, लेकिन जिस प्रकार योगी सरकार की नीति है, उससे यह साफ हो रहा है कि वे लोकतंत्र के अधिकारों को शोषित और वंचितों के खिलाफ उपयोग कर रहे हैं।

पल्लवी पटेल ने आगे कहा कि ये जो कुछ भी हो रहा है यह योजना के तहत चल रहा है। सरकार ने पहले सरकारी संस्थाओं को घाटे का सौदा बताया और उसके बाद प्राइवेटाइजेशन का जुमला करार करते हुए ठेके/पट्टे पर चलाया जा रहा है। वहीं, अब शिक्षा के अधिकारों को चकनाचूर कर रहे हैं। साथ ही पेयरिंग योजना के तहत प्रदेश भर के 27,746 स्कूलों को बंद किया जा रहा है। ये स्कूल गांव में है, इनमें गरीबों के बच्चे पढ़ने जाते हैं।

सरकार ने इस योजना को लेकर दी सफाई

राज्य सरकार ने इस योजना को लेकर कहा कि स्कूलों के पेयरिंग नीति अभिभावक, स्टूडेंट्स के हित में काम करेंगी, इससे संसाधनों का कम इस्तेमाल किया जा सकेगा। इस स्कीम को लेकर सोमवार को उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इसमें मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ ने कहा था कि 'जो स्कूल 50 से अधिक स्टूडेंट्स वाले हों, उन्हें बंद न किया जाए। जो बंद हो रहे हैं, वहां आंगनवाड़ी केंद्र खोले जाएं'।

आखिर इस स्कीम का क्यों हो रहा विरोध?

इसी साल फरवरी में केंद्र सरकार ने लोकसभा में बताया था कि बीते 10 सालों में करीब 89 हजार सरकारी स्कूल पूरे देश में बंद हुए हैं। इनमें तकरीबन 25 हजार स्कूल यूपी के है। इन सबके बीच योगी अदित्यनाथ सरकार ने स्कूलों को लेकर पेयरिंग योजना लागू की, इसके तरह राज्य में करीब 5 हजार सरकारी प्राइमरी स्कूलों के बंद हो सकते हैं। यानी 50 से कम छात्रों वाली स्कूलों को दूसरे स्कूल में विलय कर दिया जाएगा।

Created On :   15 July 2025 3:33 PM IST

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