West Bengal Politics: TMC विधायक बख्शी ने दिया विवादित बयान, बीजेपी आईटी सेल चीफ मालवीय ने किया पलटवार

- पश्चिम बंगाल में अगले साल होंगे विधानसभा चुनाव
- बंगाल के मुस्लिमों को बांग्लादेशी बताया घुसपैठिया
- अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या टीएमसी का वोट बैंक
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। पश्चिम बंगाल में अगले साल मार्च-अप्रैल में विधानसभा के चुनाव होने की संभावना है। इसके लिए बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी लगातार तृणमूल कांग्रेस पार्टी (TMC) पर हमलावर बने हुए हैं। टीएमसी विधायक और जिला अध्यक्ष अब्दुर रहीम बख्शी का एक विवादित बयान सामने आया है। इससे सियासी तनाव भी बढ़ गया है। वे मालतीपुर विधानसभा इलाके के इनायतनगर में एक विरोध रैली में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने बीजेपी नेताओं को जमकर घेरा।
बीजेपी कर रही बंगालियों को प्रताड़ित
टीएमसी से आरोप लगाया है कि बीजेपी शासित प्रदेशों में बंगाल के प्रवासी मजदूरों खासकर मुस्लिमों को बांग्लादेशी घुसपैठिया बात रहे हैं और उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। टीएमसी ने बंगालियों पर कथित अत्याचार और उनकी भाषा के अपमान का बीजेपी पर आरोप लगाते हुए पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन किया गया था। ऐसी ही एक रैली में टीएमसी विधायक ने यह विवादित बयान दिया।
अब्दुर रहीम बख्शी ने सिलीगुड़ी के बीजेपी विधायक शंकर घोष के एक पुराने बयान का जिक्र किया और उन्होंने उनका बिना नाम लिए कहा, "एक बीजेपी नेता बेशर्मी से कहता है कि बंगाल के 30 लाख प्रवासी मजदूर बंगाली नहीं हैं, वे रोहिंग्या या बांग्लादेशी हैं। अगर मैंने बीजेपी नेताओं से यह दोबारा सुना तो मैं उनके मुंह में एसिड डालकर उनकी आवाज को राख कर दूंगा। याद रखो यह पश्चिम बंगाल है। हम बंगाली तुम्हें बोलने का मौका नहीं देंगे। मैं तुम्हारे चेहरे पर एसिड डाल दूंगा।"
टीएमसी विधायक ने इस रैली में लोगों से आह्रान किया है कि बीजेपी नेताओं का सामाजिक बहिष्कार करे और उनकी पार्टी के झंडे फाड़े। इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी सांसदों पर शारीरिक हमले करने की भी चेतावनी दी है। उनके इस बयान पर राज्य में बीजेपी समर्थक चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने आगे कहा, "इसीलिए इस क्षेत्र में बीजेपी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"
बीजेपी ने इस बयान का किया पलटवार
विधायक बख्शी के इस बयान को बीजेपी के आईटी सेल चीफ अमित मालवीय ने राजनीतिक हिंसा को सामान्य बनाने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि यह कोई पहला मामला नहीं है कुछ साल पहले बख्शी ने बीजेपी, सीपीआई (एम) और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के हाथ-पैर काटने की बात कही थी।
बीजेपी आईटी सेल प्रमुख ने आरोप लगाते हुए कहा कि मालदा और मुर्शिदाबाद जैसे जिलों में 'अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या' को टीएमसी का वोट बैंक हैं। उन्होंने सवाल पूछा, "यह लोकतंत्र है या आतंक?" इस बयान के बाद विवाद ज्यादा बढ़ने पर बचाव करते हुए कहा, "मैंने कोई अलोकतांत्रिक बयान नहीं दिया।"
Created On :   7 Sept 2025 7:10 PM IST