बेहतर प्रदर्शन से खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ा है : यूपी योद्धा कोच

Better performance has boosted players confidence: UP Warriors coach
बेहतर प्रदर्शन से खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ा है : यूपी योद्धा कोच
बेहतर प्रदर्शन से खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ा है : यूपी योद्धा कोच

ग्रेटर नोएडा, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) के सातवें सीजन में प्लेऑफ में पहुंचने वाली छठी टीम बनी यूपी योद्धा के कोच जसवीर सिंह ने कहा है कि बेहतर प्रदर्शन से खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ा है और उनकी टीम इसी प्रदर्शन को आगे भी जारी रखने की कोशिश करेगी।

यूपी योद्धा ने अपने पिछले मैच में दबंग दिल्ली को करारी मात देकर लीग के प्लेऑफ में अपना स्थान पक्का कर लिया है। टीम लगातार तीसरी बार प्लेऑफ में पहुंची है।

जसवीर ने आईएएनएस से कहा, जिस हिसाब से टीम खेल रही है, उसे देखते हुए टीम का आत्मविश्वास काफी बढ़ा हुआ है। प्लेऑफ में पहुंचने के बाद खिलाड़ियों का भी मनोबल ऊंचा हुआ है और मुझे विश्वास है कि खिलाड़ी इसी बढ़े हुए मनोबल के साथ आगे बढ़ेंगे।

उन्होंने कहा, हर बार अलग-अलग टीम होती है। पिछली बार हम कुछ कारणों से चूक गए थे और प्लेऑफ से आगे नहीं पहुंच पाए थे। लेकिन इस बार आप देख सकते हैं कि टीम अब लय पकड़ चुकी है और लगातार मैच जीतते आ रही है। हमारी टीम एक युवा टीम है और इन युवाओं ने शुरुआत से ही गजब का उत्साह दिखाया है।

यूपी योद्धा ने पिछले नौ मैचों में से आठ में जीत दर्ज की है। टीम के इस जीत में रेडर श्रीकांत जाधव स्टार बनकर उभरे हैं, जिन्होंने अब तक तीन सुपर-10 लगाए हैं और 85 रेड प्वाइंटस बटोरे हैं। उनके कप्तान नितेश कुमार खुद आगे बढ़कर टीम का नेतृत्व कर रहे हैं, जो पीकेएल में अब तक अपने 200 टैकल प्वाइंट्स पूरे कर चुके हैं।

कोच जसवीर ने कहा, यूपी योद्धा हमेशा एकजुट होकर खेलती है। इसमें ऐसा कोई नहीं सोचता है कि मुझे खुद के लिए सुपर-10 लगाना है और या मुझे हाई फाइव करनी है। शुरू में बेहतर नहीं करने के कारण हमने बीच में टीम में बदलाव किया और फिर उस बदलाव का परिणाम आप सबके सामने हैं।

उन्होंने कहा, इस बार टीम में काफी नए खिलाड़ी हैं, जो लीग में पहली बार खेल रहे हैं। प्लेऑफ में क्वालीफाई करने के बाद हम उन खिलाड़ियों को भी आजमाएंगे, जिन्हें अब तक मैट पर उतरने का मौका नहीं मिला है। इनमें आशीष नागर, गुरदीप और गुलबीर भी हैं। हम इन खिलाड़ियों को मौका देना चाहते हैं ताकि पता चले कि इनमें कहां सुधार की गुंजाइश है।

Created On :   6 Oct 2019 10:30 AM IST

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