नागपुर में भारत से तीसरी बार हारा ऑस्ट्रेलिया, रोहित ने कर दिखाया कमाल

Team india beat australia third time in nagpur, rohit sharma have favorite
नागपुर में भारत से तीसरी बार हारा ऑस्ट्रेलिया, रोहित ने कर दिखाया कमाल
नागपुर में भारत से तीसरी बार हारा ऑस्ट्रेलिया, रोहित ने कर दिखाया कमाल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। भारत में संतरानगरी कहे जाने वाले नागपुर शहर की क्रिकेट पिच पर कंगारुओं के खिलाफ भारत ने अपराजित रहने का रिकॉर्ड कायम रखा। भारत ने सीरीज के पांचवें और अंतिम वनडे में ऑस्ट्रेलिया को 7 विकेट से हराया। इस विस्फोटक जीत के साथ टीम इंडिया एकबार फिर विश्व की नंबर वन टीम बन गई और ऑस्ट्रेलिया तीसरे नंबर पर खिसक गई। भारत ने ओपनर रोहित शर्मा (125) के धमाकेदार शतक और स्पिनर अक्षर पटेल (38 रन पर तीन विकेट) की जबरदस्त गेंदबाजी के दम पर ऑस्ट्रेलिया को पीटते हुए सीरीज का 4-1 से विजयी समापन किया। रोहित शर्मा को मैन ऑफ द मैच और हार्दिक पांड्या को मैन ऑफ द सीरीज के पुरस्कार से नवाजा गया।

ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम से मिली पिछली हार के बाद पांचवें वनडे में मेजबान भारतीय टीम ने गेंद और बल्ले से हरफनमौला खेल दिखाया। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में नौ विकेट पर 242 का स्कोर बनाया, जो भारत के लिए चुनौतीपूर्ण साबित नहीं हुआ और मेजबान टीम ने 42.5 ओवर में ही तीन विकेट पर 243 रन बनाते हुए जीत अपने नाम कर ली। भारतीय टीम के लिए ओपनर अजिंक्य रहाणे और रोहित शर्मा ने कमाल की शुरुआत करते हुए पहले विकेट के लिए 22.3 ओवर में 124 रन की शतकीय साझेदारी की और जीत की नींव रखी। 

रहाणे के करियर का 23वां अर्धशतक

रहाणे ने करियर का 23वां अर्धशतक बनाया और 74 गेंदों में सात चौके लगाकर 61 रन की बढ़िया पारी खेली और दूसरे छोर पर रोहित का बखूबी साथ दिया जिन्होंने 109 गेंदों में 11 चौके और पांच छक्के लगाकर 125 रन जड़ दिए। 30 वर्षीय रोहित ने इसी के साथ वनडे करियर का 14वां शतक भी पूरा किया। रहाणे को नाथन कोल्टर नाइल ने पगबाधा कर अपना शिकार बनाया और ऑस्ट्रेलिया के लिए पहला विकेट भी हासिल किया। 

टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला

मेहमान टीम को फिर अपने दूसरे विकेट के लिए 99 रन तक इंतजार करना पड़ा। रोहित को मैच के 40वें ओवर में जाकर एडम जम्पा आउट कर सके, जिन्होंने कोल्टर के हाथों भारतीय बल्लेबाज को आउट किया। उस समय भारत अपनी जीत से मात्र 20 रन ही दूर था। इसके पूर्व कप्तान स्टीवन स्मिथ ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन उसके बल्लेबाज पिछले मैच के प्रदर्शन को दोहरा नहीं सके और निर्धारित 50 ओवर में वह नौ विकेट पर 242 रन ही बना सकी। मध्यक्रम के बल्लेबाज मार्कस स्टोयनिस ने 46 रन का सबसे बड़ा स्कोर बनाया जबकि ट्रेविस हैड ने 42 रन की पारी खेलते हुए स्थिति को कुछ हद तक संभाला। 

बेंगलुरु वनडे में की गई गलतियों को सुधारा

भारतीय गेंदबाजों ने बंगलुरु वनडे की गलतियों को नहीं दोहराया भारतीय टीम के गेंदबाजों ने बंगलुरु वनडे में की गई गलतियों को सुधारा और काफी हद तक किफायती गेंदबाजी की जिसमें इस बार स्पिनरों की भूमिका काफी अहम रही। पिछले मैच में काफी महंगे साबित हुए अक्षर ने इस बार कमाल का प्रदर्शनक किया और 10 ओवर में 38 रन देकर सर्वाधिक तीन विकेट निकाले। अन्य स्पिनरों में चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने 10 ओवर में कोई विकेट नहीं निकाला और 48 रन दिए जबकि केदार ने इतने ही ओवरों में 48 रन पर एक विकेट हासिल किया। तेज गेंदबाजों का प्रदर्शन भी उतना ही दमदार साबित हुआ जिनमें मध्यम तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को 51 रन पर दो विकेट मिले, भुवनेश्वर कुमार को 40 रन पर एक विकेट मिला।

उमेश को नहीं मिला मौका

चौथे वनडे में 10 ओवर में 71 रन खर्च कर 4 विकेट झटकने वाले तेज गेंदबाज उमेश यादव को घरेलू मैदान पर मौका नहीं मिला। भारतीय टीम में सीरीज के अंतिम और पांचवें वनडे मैच के लिए तीन बदलाव हुए हैं। अंतिम एकादश में उमेश यादव, मोहम्मद शमी और युजवेंद्र चहल के स्थान पर भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह और कुलदीप यादव को जगह मिली है।

फिरकी तिकड़ी ने लगाया ब्रेक

भारतीय स्पिन तिकड़ी अक्षर, कुलदीप और केदार ने 30 ओवर गेंदबाजी की और आॅस्ट्रेलिया के चार विकेट निकाले। इस पिच पर 300 से अधिक स्कोर की उम्मीद की जा रही थी लेकिन ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज पिछले प्रदर्शन के हिसाब से स्कोर नहीं खड़ा कर सके। मध्यक्रम में ट्रेविस हडे (42) और स्टोयनिस (46) ने फिर पांचवें विकेट के लिए 87 रन की साझेदारी की और टीम को 200 के पार पहुंचाने में मदद की। ट्रेविस ने अपनी 59 गेंदों की पारी में चार चौके लगाए और उन्हें पटेल ने बोल्ड किया जबकि स्टोयनिस ने 63 गेंदों की पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया तथा बुमराह ने पांच रन के अंतर पर उन्हें पगबाधा किया। विकेटकीपर बल्लेबाज मैथ्यू वेड 20 रन ही बना सके और बुमराह ने उन्हें अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच कराकर अपना दूसरा विकेट हासिल किया। जेम्स फाॅकनर (12) रनआउट हुए जबकि नाथन काल्टर नाइन (शून्य) को भुवनेश्वर ने खाता खोलने का मौका दिए बिना बोल्ड कर ऑस्ट्रेलिया की पूरी पारी समेट दी।

उपराजधानी में शानदार जीत

(जामठा) में भारत को वनडे में ऑस्ट्रेलियाई टीम कभी हरा नहीं पाई। दोनों टीमों के बीच इस मैदान में इस मैच से पूर्व दो वनडे खेले गए और दोनों में ही मेजबान टीम ने जीत दर्ज की। चार साल पहले जब ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारत दौरा किया था, तब वनडे सीरीज का छठा मैच जामठा में खेला गया, जिसमें महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने 6 विकेट से शानदार जीत दर्ज की। उस मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 6 विकेट पर 350 रन का बड़ा स्कोर बनाया लेकिन टीम इंडिया ने इसे भी बौना साबित कर दिया और 6 विकेट से जीत दर्ज की। विराट कोहली ने नाबाद 115, शिखर धवन ने 100 और ओपनर रोहित शर्मा ने 79 रन की शानदार पारियां खेली। 2009 में भी भारत और ऑस्ट्रेलिया को हराया। भारतीय टीम ने उस मैच में धोनी की 124 रन की उम्दा पारी की बदौलत सात विकेट पर 354 रन का विशाल स्कोर बनाया, जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम को 255 रन पर ही समेट दिया था। वहीं रविवार को खेले गए वनडे में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 7 विकेट से हरा दिया।  रोहित शर्मा (125) ने खेली मैच विजयी पारी।

Created On :   2 Oct 2017 1:32 PM GMT

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