वायरल पत्र के बाद सोशल मीडिया पर हंगामा: आरएसएस के कार्यक्रम में सीजेआई की मां के जाने पर अमरावती में बवाल, कमलताई गवई के बेटे ने दी सफाई

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र के अमरावती में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विजयादशमी कार्यक्रम को लेकर सोशल मीडिया पर हलचल मची हुई है। अबकी बार संघ ने मुख्य कार्यक्रम में सीजेआई की मां कमलताई गवई को प्रमुख अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है। कमलताई गवई ने यह निमंत्रण स्वीकार भी कर लिया है। यह कार्यक्रम 5 अक्टूबर को अमरावती में होना है। डॉ गवई ने कहा हमारा परिवार सर्वधर्म समभाव में विश्वास रखने वाले लोग हैं। उन्होंने ये भी कहा हमारे विचार कल भी वहीं थे, आज भी हैं और आगे भी वहीं रहेंगे।
कमलताई गवई के आरएसएस के निमंत्रण स्वीकार करने के बाद सोशल मीडिया पर कई तरह की चर्चाएं शुरू हुईं। सोशल मीडिया पर एक कथित पत्र भी वायरल हो रहा है। पत्र में लिखा, यह मुझे और मेरे परिवार को बदनाम करने का षड्यंत्र है। मैं अंबेडकरी विचारधारा और संविधान को मानने वाली हूं, इसलिए संघ के कार्यक्रम में नहीं जाऊंगी और अपने विचारों से विश्वासघात नहीं करूंगी। हालांकि आपको बता दें अभी तक कथित पत्र की पुष्टि नहीं हो सकी।
आपको बता दें कमलताई गवई भारत के मुख्य न्यायाधीश की माता और रिपब्लिकन पार्टी के दिवंगत नेता रामकृष्ण गवई की पत्नी हैं। परिवार के अंबेडकरवादी विचारधारा से जुड़ाव की वजह से सोशल मीडिया पर संघ के कार्यक्रम में जाने को लेकर बवाल मचा हुआ है। इस पर कमलताई गवई के छोटे बेटे और चीफ जस्टिस भूषण गवई के भाई डॉ. राजेंद्र गवई ने सफाई देते हुए कहा कि संबंध सभी से हैं, पर विचारधारा से कोई समझौता नहीं है।
डॉ. राजेंद्र गवई ने मीडिया से बात करते हुए कहा मेरी मां को निमंत्रण मिला है और उन्होंने उसे स्वीकार भी किया है। मां के फैसले समर्थन करते हुए उनके बेटे ने कहा कि उन्होंने जो फैसला लिया है, मैं उनके साथ पूरी तरीके से खड़ा हूं। उनका कहना है कि संघ के कार्यक्रमों में इससे पहले भी नागपुर में रिपब्लिकन पार्टी के दिग्गज नेता दादासाहेब गवई और राजाभाऊ खोब्रागडे भी गए थे। उन्होंने इसे अपने परिवार की परंपरा बताया है।
डॉ राजेंद्र ने विरोधियों पर अफवाह फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कार्यक्रम में जाना मतलब विचारधारा बदलना नहीं। डॉ. गवई ने आगे कहा कि उनके परिवार के घनिष्ठ संबंध कांग्रेस की इंदिरा गांधी और विदर्भ के गंगाधर फडणवीस जैसे नेताओं से भी रहे हैं। संबंध व्यक्तिगत स्तर पर रहे, परंतु विचारधारा हमेशा अलग रही।
Created On :   2 Oct 2025 9:32 AM IST