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Amravati News: डेढ़ साल में अमरावती जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक में करोड़ों का घोटाला

- वर्तमान अध्यक्ष बच्चू कडू पर नियमों को ताक पर रख अनियमितता का आरोप
- पूर्व अध्यक्ष बबलू देशमुख का आरोप, कहा- जांच हो तो बड़े खुलासे संभव
Amravati News अमरावती जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक में बीते डेढ़ वर्षों में कथित तौर पर करोड़ों रुपये का घोटाला हुआ है। यह गंभीर आरोप बैंक के पूर्व अध्यक्ष बबलू देशमुख ने कांग्रेस भव में आयोजित पत्र-परिषद में लगाए। उन्होंने कहा कि बैंक अध्यक्ष बच्चू कडू और वर्तमान संचालक मंडल ने सत्ता में रहते समय नियमों को ताक पर रखकर कई मनमाने और अनियमित निर्णय लिए, जिससे बैंक को भारी वित्तीय नुकसान पहुंचा है। 30 मई 2025 को नाबार्ड की विशेष टीम द्वारा किए गए निरीक्षण में कई अनियमितताओं की पुष्टि होने का दावा भी देशमुख ने किया। शासकीय बीमा की जगह निजी बीमा कंपनी - उन्होंने कहा कि बैंक को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से शिक्षकों को खातेदार बनाया गया था। परंतु नियमों के विपरीत सरकारी बीमा कंपनियों की जगह निजी बीमा कंपनियों को नियुक्त कर मोटा कमीशन लिया गया, जिससे खातेदारों और बैंक दोनों का नुकसान हुआ।
नाबार्ड की जांच से खुली पोल : प्रो. वीरेंद्र जगताप ने कहा कि वर्तमान संचालक मंडल सहकार क्षेत्र के अधिकारियों पर दबाव बनाता है, उन्हें मीटिंग में अपमानित कर बाहर निकाल दिया जाता है। यह पूरी कार्यप्रणाली अलोकतांत्रिक और मनमानी है। सहकार पैनल ने बताया कि बैंक के व्यवहारों की सामान्यतः हर तीन साल में एक बार नाबार्ड द्वारा जांच की जाती है, लेकिन उनकी ओर से की गई विशेष शिकायत के बाद 30 मई 2025 को ही नाबार्ड की विशेष टीम ने निरीक्षण किया, जिसमें कई अनियमितताओं की पुष्टि हुई।
ऑडिट की मांग, अन्यथा आंदोलन : पूर्व अध्यक्ष बबलू देशमुख ने मांग की कि बच्चू कडू के अध्यक्ष बनने के बाद अब तक बैंक में हुए सभी व्यवहारों और निर्णयों का शासकीय ऑडिट कराया जाए। उन्होंने दावा किया कि यदि निष्पक्ष जांच हुई तो करोड़ों का घोटाला सामने आ सकता है। इस पत्र-परिषद में पूर्व सांसद बलवंत वानखडे, पूर्व विधायक प्रा. वीरेंद्र जगताप, सहकार पैनल के रवींद्र गायगोले, पी. बी. अलोणे सहित कई वरिष्ठ सहकारी नेता उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में कहा कि यदि जल्द जांच व कार्रवाई नहीं की गई, तो आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।
फाइव स्टार होटल का ढाई लाख का बिल : सहकार पैनल के रवींद्र गायगोले ने आरोप लगाया कि वर्तमान संचालक मंडल के एक सदस्य ने मुंबई के फाइव स्टार होटल में रुकने का बिल ढाई लाख रुपए बैंक के नाम पर पास करवाया। यह बिल पहले मीटिंग में मंजूर हुआ, फिर नामंजूर भी कर दिया गया, लेकिन अब तक वह रकम संबंधित सदस्य ने बैंक को वापस नहीं की है।
बच्चू कडू ने कॉल रिसीव नहीं किया : इस मामले में पूर्व राज्यमंत्री बच्चू कडू का पक्ष जानने के लिए उनसे संपर्क करने पर उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। जिससे उनका पक्ष नहीं मिल पाया।
Created On :   2 July 2025 2:34 PM IST