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Amravati News: दिसंबर से पहले पूरा होगा दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा पायलट प्रशिक्षण केंद्र

- युद्धस्तर पर चल रहा वैश्विक दर्जे के फ्लाइंग इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण
- विमान पार्किंग के लिए तैयार हुआ हैंगर, एयर इंडिया कर रही संचालन
Amravati News बेलोरा एयरपोर्ट परिसर में दक्षिण एशिया के सबसे बड़े पायलट प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है। वैश्विक दर्जे के फ्लाइंग इन्फ्रास्ट्रक्चर के निर्माण के दौरान अब हैंगर का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है, जहां प्रशिक्षण के लिए आने वाले विमानों की पार्किंग सुविधा उपलब्ध होगी। एमएडीसी के अधिकारिक सूत्रों का अनुमान है कि दिसंबर 2025 तक पूरा प्रकल्प तैयार हो जाएगा। जिसके बाद जरूरी तकनीकी व्यवस्थाएं और लाइसेंस की प्रक्रिया की शुरुआत होगी।
सालाना 180 पायलट होंगे तैयार: : महाराष्ट्र एयरपोर्ट डेवलपमेंट कंपनी (एमएडीसी) और एयर इंडिया के बीच 27 जून 2024 को हुए समझौते के बाद से कार्य युद्धस्तर पर जारी है। इस केंद्र से प्रतिवर्ष 180 व्यावसायिक पायलटों का प्रशिक्षण होगा और दीर्घावधि में लगभग 3000 पायलटों को रोजगार का अवसर प्राप्त होगा। एयर इंडिया की एविएशन अकादमी के नेतृत्व में तैयार इस प्रकल्प में 31 सिंगल इंजन व 3 ट्विन इंजन विमान शामिल किए जाएंगे। प्रशिक्षणार्थी प्रति वर्ष लगभग 36,000 फ्लाइट घंटे लॉग इन करेंगे, जो देश के किसी भी एफटीओ (फ्लाइंग ट्रेनिंग ऑर्गनाइजेशन) द्वारा दर्ज किया जाने वाला सबसे बड़ा आंकड़ा होगा।
अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित केंद्र : 10 एकड़ क्षेत्र में विकसित हो रहे इस प्रशिक्षण केंद्र में डिजिटल-सक्षम कक्षाएं, वैश्विक मानकों पर आधारित छात्रावास, डिजिटल ऑपरेशन सेंटर और मेंटेनेंस सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। यह संस्था डीजीसीए मान्यता प्राप्त भारत का पहला एफटीओ होगा जिसे किसी विमान कंपनी ने स्थापित किया है।
अमरावती की नई पहचान बनेगा प्रकल्प : मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पहल पर शुरू हुए इस प्रकल्प से न केवल अमरावती को राष्ट्रीय पहचान मिलेगी बल्कि अगले वर्ष-2026 में यहां प्रशिक्षित पायलटों द्वारा उड़ाए जाने वाले विमानों का विहंगम नजारा जिलावासियों के लिए आकर्षण का केंद्र साबित होगा।
Created On :   30 Aug 2025 3:20 PM IST














