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हड़कंप: जिला परिषद के स्कूल में बिस्कुट खाने से 243 छात्रों को फूड पॉइजन, इलाज के बाद हुए ठीक
- खराब बिस्कुट खाने से 243 छात्र फूड पॉइजन के शिकार हो गए
- परिजन ने स्कूल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया
- इलाज के बाद सेहत में सुधार हुआ
डिजिटल डेस्क, संभाजी नगर/पाचोड़। जिला परिषद के एक स्कूल में खराब बिस्कुट खाने से 243 छात्र फूड पॉइजन के शिकार हो गए। जिसके बाद परिजन ने लापरवाही का आरोप लगाया। मामला पैठण तहसील के केकत जलगांव का है, जहां जिला परिषद के प्राथमिक स्कूल में शनिवार सुबह बिस्कुट खाने से छात्रों को उल्टी दस्त की शिकायत होने लगी। आरोप है कि मुख्याध्यापक की लापरवाही के कारण छात्रों का स्वास्थ्य खतरे में पड़ गया। आनन फानन में पीड़ित बच्चों को अस्पताल भर्ती कराया गया, जहां इलाज के बाद बच्चों की हालत में सुधार देखा गया।
अभिभावकों का गुस्सा फूटा
सूत्रों ने बताया कि केकत जलगांव जिला परिषद के प्राथमिक स्कूल के मुख्याध्यापक भगवान फुंदे ने आठ दिन पहले किराना दुकान से बिस्कुट खरीद कर स्कूल में रखे थे। उसमें कुछ बिस्कुट के पैकेट फाड़कर रखे थे। जो पहली से सातवीं कक्षा के छात्रों को पोषण आहार में वितरित किए गए थे। बिस्कुट खाते ही छात्रों को उल्टी दस्त और चक्कर आने लगे। घटना की खबर माता-पिता को मिली, तो वे तुरंत स्कूल पहुंचे, इसके बाद अपने अपने वाहनों से ग्रामीण अस्पताल उपचार के लिए भर्ती कराया गया। तो वहीं गंभीर रूप से बीमार 7से 8 छात्रों को एंबुलेंस की मदद से हायर सेंटर रैफर किया गया।
वैद्यकीय अधीक्षक डॉ. संदीप काले, प्राथमिक आरोग्य केंद्र नांदर के डॉ. संदीप रगडे, आडूल प्राथमिक केंद्र के डॉ. घुले, पाचोड़ ग्रामीण अस्पताल के डॉ. बाबासाहब घुगे, डॉ. प्रकाश साबले, डॉ. आसाराम चौरे, डॉ. नोमान शेख, डॉ. शिवाजी पवार, डॉ. राहुल दवणे, डॉ. सुमया पटेल सहित निजी डॉ. जुबैर पटेले, विकास चावरे, डॉ. नरवडे ने छात्रों का समय पर उपचार शुरु कर दिया। इसके बाद तबियत में सुधार आना शुरु हुआ।
अधिकारियों ने लिया जायजा
मामले की जानकारी मिलने पर सरपंच शिवराज भूमरे ने अस्पताल पहुंचकर उपचार के लिए कार्यकर्ताओं के साथ मदद की। पाचोड़ थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक शरदचंद्र रोडगे, पुकां बाबूराव साबले, फिरोज बर्डे विशाल काकडे की टीम ने स्कूल का दौरा किया। वहीं, ग्रामीण अस्पताल में छात्रों की हालत में सुधार होने तक टीम मदद कार्यों में जुटी रही। जिप लेखा अधिकारी संतोष गोरे, गटशिक्षाधिकारी श्रीराम केदार, शिक्षण विस्तार अधिकारी अनिल पुदाट, जिला शल्य चिकित्सक मोतीपवले, डिप्टी डायरेक्टर भूषण कुमार रामटेके, सिविल सर्जन डॉ. पद्मजा सराफ, निवासी वैद्यकीय अधिकारी प्रशांत बड़े, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विशाल बेंद्रे, उपविभागीय पुलिस अधिकारी डॉ. सिद्धेश्वर भोर बच्चों का हाल जानने अस्पताल पहुंचे।
अभिभावकों ने लगाया आरोप
अभिभावकों ने आरोप लगाया कि जिप स्कूल में छात्रों को पोषण आहार के साथ दूषित पानी पिलाया जाता है। इसके कारण छात्रों का स्वास्थ्य खतरे में पड़ गया। इन समस्याओं को लेकर कई बार शिकायत करने पर भी मुख्याध्यापक ने अनदेखी की। जिसके चलते गंभीर घटना हुई। मुख्याध्यापक पर कार्रवाई करने की मांग शिक्षा अधिकारी से की गई है।
प्रतिक्रिया
भगवान फुंदे, मुख्यध्यापक ने कहा कि हर शनिवार को छात्रों को सुबह 8 बजे परिपथ होने के बाद पूरक आहार के तौर पर बिस्कुट का वितरण होता है। आज भी छात्रों को बिस्कुट वितरित किए गए थे, लेकिन कुछ समय बाद दो-तीन छात्रों को उल्टी होने से पाचोड़ अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती किया गया था। उसके बाद सभी छात्रों की तबियत बिगड़ने लगी। हालांकि उन्होंने बिस्कुट से ऐसी घटना होने की बात पर सहमति नहीं जताई।
अभिभावक अंबादास होर्शेल ने कहा कि कुछ माह पहले पोषण आहार में बनने वाली खिचड़ी में इल्ली और चूहे की गंदगी मिलने की वरिष्ठों से शिकायत की गई थी। लेकिन किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं होने से ऐसी नौबत आई है। शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी लापरवाही बरतने वाले मुख्य अध्यापक कार्रवाई की जानी चाहिए।
Created On :   18 Aug 2024 3:51 PM IST