Bhandara News: भंडारा में13 वर्ष से अटकी भेल परियोजना के विरोध में किसानों ने दिया धरना

भंडारा में13 वर्ष से अटकी भेल परियोजना के विरोध में किसानों ने दिया धरना
  • जमीन भी गई और नौकरी भी नहीं मिली
  • जिले के किसानों की 500 एकड़ कृषि भूमि की गई थी अधिग्रहित

Bhandara News साकोली तहसील के मुंडीपार (स.) में भेल (भारतीय हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड) परियोजना के स्थापना में हो रहे विलंब के विरोध में शुक्रवार, 9 मई को मुंडीपार (स.) में धरना प्रदर्शन दिया गया। इस समय आरोप लगाया गया कि राजनीतिक स्वार्थ के कारण पिछले 13 वर्षों से भेल प्रकल्प शुरू नहीं हो सका है। इस समय परियोजना को जमीन देने वाले किसानों और स्थानीय नागरिकों के नेतृत्व में जोरदार धरना प्रदर्शन किया गया।

परियोजना के लिए अधिग्रहित लगभग 500 एकड़ कृषि भूमि बंजर पड़ी है। इस परियोजना को पिछड़े 13 वर्षों से अधूरा रखा गया है। इस कारणवश बेरोजगारों का रोजगार का सपना अधूरा है। भेल कंपनी ने अधिग्रहित भूमि किसानों को वापस करने से इनकार कर दिया गया है। जिसके परिणामस्वरूप किसानों और बेरोजगार युवाओं की स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई है। इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में किसान, बेरोजगार युवा, सामाजिक कार्यकर्ता और विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी मौजूद थे।

वंचित बहुजन आघाड़ी ने लिखित पत्र देकर प्रदर्शन को समर्थन व्यक्त किया। अनेक सामाजिक एवं स्थानीय संगठनों और सरपंच संगठनों ने भी आंदोलन को समर्थन दिया है। इस अवसर पर भेल संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय नवघरे, वंचित बहुजन अाघाड़ी के जिला संगठक डी.जी. रंगारी, मुंडीपार की सरपंच मनोरमा हुमने, सरपंच मुकेश मेनपाले, चुन्नीलाल वासनिक, चंदू चौधरी, राजेश भदाडे समेत कई प्रदर्शनकारी उपस्थित थे। इस समय भेल परियोजना के अधिकारी और एमआईडीसी के प्रतिनिधि विरोध स्थल पर मौजूद थे।

प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन को एक माह का समय दिया है। सांसद पडोले व उपस्थित प्रदर्शनकारियों कहा कि यदि परियोजना शुरू करने कोई कार्रवाई नहीं की गई तो उग्र आंदोलन करेंगे। इस संबंध में तहसीलदार और बीएचईएल परियोजना अधिकारियों को सूचना दी गई है। विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस सुरक्षा कड़ी थी। तहसील कार्यालय और पुलिस विभाग के अधिकारी और कर्मचारी सतर्क रहे।


Created On :   10 May 2025 3:48 PM IST

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