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Bhandara News: धान को नहीं लग पा रही धूप , खुला छोड़ते ही होने लगती है बारिश

- जगह नहीं होने से सड़क पर ही सुखाने मजबूर
- किसानों की समस्याओं का सिलसिला थमने का नहीं ले रहा नाम
Bhandara News पिछले कुछ दिनों से तहसील में आंधी और बारिश के कारण ग्रीष्मकालीन धान की फसल बर्बाद हो गई है। इसके कारण किसान आर्थिक ओर मानसिक रूप से परेशान है और पूरी तरह से टूट चुके है। इस वर्ष अधिकतम किसानों ने ग्रीष्मकालीन धान की फसल लगाई है। पिछले दस दिनों से किसान अपनी ग्रीष्मकालीन फसल काट रहे हैं। लेकिन रुक रुककर होने वाली बेमौसम बारिश के कारण किसान बुरी तरह से आर्थिक संकट में फंसे हैं।
कुछ किसानों के खेत में कड़ी मेहनत से तैयार की गई फसल जमीन पर ढेर हुई है। बारिश की वजह से धान फिर से अंकुरित हो रहा है। अब किसान बारिश में भीगी फसल को पलटने और में व्यस्त है। कुछ किसानों ने अपनी धान की फसल काट ली है। लेकिन वह धान को सुखाने के लिए मेहनत कर रहे हैं। भीगे हुए धान को अपने आंगन, सड़क किनारे तथा जहा जगह मिली वहा पर सुखाने के लिए रखा है। कुछ किसानों ने धान को बढाने के लिए रास्ते पर ही सुखाने के लिए रख दिए। लेकिन इससे यातायात बाधित हो रहा है, इसलिए किसानों के पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है।
मौसम में हुए परिवर्तन का प्रभाव : प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी बेमौसम बारिश की मार किसानों पर पड़ी है। मौसम में अचानक आए बदलाव से किसान मुश्किल में है। मोहाडी तहसील के किसान जो ग्रीष्मकालीन के मौसम में धान उगाते है। उन्हे मौजूदा हालात के चलते बडी आर्थिक समस्या का सामना करना पड रहा है। बेमौसम बारिश से हुए नकसान के लिए किसानों को तुरंत मुआवजा देने की मांग हो रही है।
धान केंद्र पर खरीदी ठप :तहसील में धान खरीदी केंद्र की स्थिति बहुत बहुत खराब है। अधिकांश धान खरीदी केंद्र अभी तक शुरू नहीं हुए है। इससे किसानों को अपना धान बेचने के लिए जाने में देरी हो रही है। साथ ही व्यापारियों ने भीगा हुआ धान खरीदने से मना कर दिया है। किसानों की आर्थिक मुश्किलें और बढ गई है।
Created On :   31 May 2025 3:50 PM IST