- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- चंद्रपुर
- /
- बाघिन पर अधिकार पाने दो बाघों में...
Chandrapur News: बाघिन पर अधिकार पाने दो बाघों में खूनी संघर्ष ,एक की मृत्यु, दूसरा गंभीर

- ताड़ोबा बाघ प्रकल्प के रामदेगी क्षेत्र की घटना
Chandrapur News स्थान और बाघिन पर अधिकार को लेकर दो बाघों के बीच हुई भीषण लड़ाई में एक बाघ की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना बुद्ध पूर्णिमा की रात ताड़ोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प के बफर क्षेत्र के रामदेगी क्षेत्र में घटी है। ताड़ोबा-अंधारी व्याघ्र प्रकल्प का रामदेगी क्षेत्र छोटा मटका, नयनतारा आदि बाघों के कारण पर्यटकों के बीच पसंदीदा बन गया है। नयनतारा, बाघिन अपनी नीली आंखों के लिए अधिक प्रसिद्ध है किंतु पिछले कुछ वर्षों से इस पर छोटा मटका नामक बाघ ने अपना अधिकार बना रखा है। इसलिए वह अन्य बाघों को इस क्षेत्र में आने नहीं देता। यहां आने वाले हर नए बाघ से उसकी लड़ाई होती है। इस लड़ाई में उसने बजरंग और मोगली नामक बाघ को भी मार दिया था। पिछले कुछ दिनों से दो बाघ, वीरभद्र और ब्रह्मा, इस क्षेत्र में घूम रहे हैं और बाघिन नयनतारा के साथ मीटिंग के प्रयास कर रहे हैं। बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर 12 मई को ताड़ोबा में मचान से वन्यजीवों की गणना शुरू थी।
शाम 7.30 से रात 8 बजे के आस पास ब्रह्मा और छोटा मटका के बीच जोरदार लड़ाई हुई। दोनों बाघ एक दूसरे पर झपट पड़े और उनकी दहाड़ से इलाके में दहशत फैल गई। लड़ाई इतनी भयंकर थी कि ब्रह्मा बाघ की मौत हो गई और छोटा मटका बाघ गंभीर रूप से घायल हो गया। जब बाघ छोटा मटका बाघ को मारने के बाद बाहर आया तो उसका मुंह पूरी तरह से खून से लथपथ था। उसका पैर भी गंभीर रूप से घायल हो गया। वह ठीक से चल भी नहीं पा रहा था।
सफारी कर वापस लौट रहे पर्यटकों ने यह देखा और स्थानीय वन कर्मचारियों को इसकी सूचना दी। यह देखते ही स्थानीय वन कर्मचारियों ने वरिष्ठों को सूचना दी। जानकारी मिलते ही वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और 13 मई को घटना का पंचनामा किया। इस लड़ाई में छोटा मटका बाघ का अगला पैर बुरी तरह से घायल हो गया है। छोटा मटका पहले भी गंभीर रूप से घायल हो चुका है।
Created On :   14 May 2025 4:22 PM IST