Chandrapur News: जनता ने पूछे पर्यावरण पर सवाल, जवाब नहीं दे पाए अधिकारी , ग्रामीणों ने मांगा रोजगार

जनता ने पूछे पर्यावरण पर सवाल, जवाब नहीं दे पाए अधिकारी ,  ग्रामीणों ने मांगा रोजगार
  • विरोध-समर्थन के साथ निपटी स्टील प्लान्ट की जनसुनवाई
  • प्रदूषण पर नियंत्रण एवं गांव के विकास के पक्ष में रखी अपनी बात

Chandrapur News भीषण प्रदूषण के लिए पहचाने जानेवाले घुग्घुस शहर समीप एक और नए उद्योग मेसर्स मिलियन स्टील प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की पर्य9ावरणीय स्वीकृति के लिए जनसुनवाई का आयोजन शुक्रवार को किया गया था, जो विरोध व समर्थन तथा नोकझाेंक के बीच जनसुनवाई निपटी।

घुग्घुस से कुछ दूरी पर स्थित मुर्सा गांव तहसील भद्रावती एवं बेलसनी गांव, तहसील व जिला चंद्रपुर, महाराष्ट्र के घुग्घुस ताड़ाली मार्ग पर महामाया कोल वॉशरी के सामने के परिसर में प्रस्तावित मेसर्स मिलियन स्टील प्राइवेट लिमिटेड के पर्यावरणीय स्वीकृति के लिए पर्यावरण विभाग द्वारा शुक्रवार, 30 मई को जनसुनवाई का आयोजन किया गया था। लेकिन इसकी पूर्व सूचना सही ढंग से नहीं देने के चलते कई लोगों को इसके बारे में पता ही नहीं था। सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक चली इस जनसुनवाई में कुछ लोगों द्वारा कुछ मुद्दों को लेकर विरोध जताया गया। कंपनी ने जो रिपोर्ट बनाई है, उसमें कई खामियां थी। इस पर पर्यावरणवादी, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उपस्थित अधिकारियों को घेरते हुए सवालों की बौछार की, परंतु इसका जवाब अधिकारी वर्ग नही दे पाएं।

कंपनी ने पहले ही 55 एकड़ जमीन खरीदकर रखी है। ऐसे में प्लान्ट से होनेवाले प्रदूषण से फसलों का नुकसान होगा, इसे लेकर कई किसानों ने विरोध किया, तो वहीं ग्रामीणों द्वारा स्थानिकों को रोजगार, किसानों को उचित मुआवजा, गांव के विकास, जल नियोजन, नदी में डैम बनाने, प्रदूषण को नियंत्रित करने आधुनिक यंत्र लगाने आदि की मांग कर फैक्ट्री के पक्ष में समर्थन भी किया। जनसुनवाई स्थल पर भारी संख्या में ग्रामीणों के पहुंचने को लेकर कानून व्यवस्था बनाये रखने व सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस का भी कड़ा बंदोबस्त किया गया था।

आयोजकों द्वारा बारी बारी से अनेक ग्रामीणों ने अपनी बात माइक से कही एवं लिखित पत्र दिए गए। इस समय अपनी बात रखने के लिए पर्यावरणवादी व नेता में नोकझोंक भी हुई। कुछ पर्यावरणविदों ने प्रदूषण व अन्य विषयों को लेकर कंपनी का विरोध तो कुछ ने समर्थन करते हुए कहा कि क्षेत्र के विकास में फैक्ट्री की स्थापना आवश्यक है। जिससे प्रत्यक्ष व प्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए कंपनी प्रबंधन पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करे।

गौरतलब है कि मेसर्स मिलियन स्टील प्राइवेट लिमिटेड कंपनी स्पॉन्ज आयरन के 2,31,000 टीपीए (टन प्रति वर्ष) उत्पादन हेतु 2x350 टीपीडी डीआरआई किल्न, 2,64,000 टीपीए बिलेट्स के उत्पादन के लिए स्टील मेल्टिंग शॉप (4x20 टन की इंडक्शन फर्नेस, 1x25 टन की लाडल रिफाइनिंग फर्नेस और 6x11 मीटर की 4 स्टैंड वाली कंटीन्यूअस कास्टिंग मशीन), तथा 1,32,000 टीपीए रोल्ड उत्पाद (टीएमटी बार्स और वायर) और 1,32,000 टीपीए हल्के निर्माण उत्पाद (जैसे एंगल, बीम, चैनल) के निर्माण हेतु 20 टीपीएच की रोलिंग मिल की स्थापना का प्रस्ताव है। इसके साथ ही, 30 मेगावाट की बिजली उत्पादन क्षमता वाले पावर प्लांट (जिसमें 20 एमडब्ल्यू डब्ल्यूएचआरबी और 10 एमडब्ल्यू एएफबीसी शामिल हैं) की स्थापना का भी प्रस्ताव है। जिसकी पर्यावरणीय स्वीकृति के लिए आज जनसुनवाई आयोजित की गई थी। जनसुनवाई में उपजिला अधिकारी नितिन व्यवहारे, प्रदूषण नियंत्रण मंडल के प्रादेशिक अधिकारी संदीप पाटिल व उपप्रादेशिक अधिकारी उमाशंकर बहादुरे, कंपनी के अधिकारी, बेलसनी, मुर्सा , मातारदेवी , साखरवाही,घुग्घुस आदि परिसर के नागरिक, राजनीतिक नेतागण, सरपंच, सामाजिक कार्यकर्ता व बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

Created On :   31 May 2025 5:20 PM IST

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