Chandrapur News: रिजेक्ट के रूप में बेचा जा रहा अच्छा कोयला,13 हजार करोड़ का भ्रष्टाचार

रिजेक्ट के रूप में बेचा जा रहा अच्छा कोयला,13 हजार करोड़ का भ्रष्टाचार
  • विधायक किशोर जोरगेवार ने विस में उठाया मुद्दा
  • दैनिक भास्कर ने उजागर किया था कोयला घोटाला

Chandrapur News महाजेनको के वॉशरीज द्वारा ‘कोल वॉश’ प्रक्रिया के बाद तैयार होनेवाला अच्छे दर्जे का कोयला जानबुझकर ‘रिजेक्ट कोल’ के रूप में दर्शाकर खुले बाजार में बेचा जा रहा है, यह मुद्दा विधायक किशोर जोरगेवार ने गुरुवार को विधानसभा में उपस्थित किया। यह बड़ा भ्रष्टाचार होकर इसकी जांच करने की मांग उन्हाेंने इस समय औचित्य के मुद्दे पर अधिवेशन में की।

वेकोलि, एमसीएल, एसईसीएल, एमईसीएल व एससीसीएल इन कंपनियों के खदानों से हर वर्ष 13 करोड़ 78 लाख टन से अधिक कोयला निकाला जाता है। महाजेनको ने कोयले की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए निजी वॉशरीज को कोयला धुलाई का ठेका दिया। वॉशरीज से कोयला यातायात की जिम्मेदारी महाराष्ट्र राज्य खनिकर्म महामंडल को दी गई है परंतु वॉशरीज से निकलनेवाला उच्च दर्जे का कोयला ‘रिजेक्ट कोल’ के रूप में बताया जाता है और उसकी कीमत कम दिखाकर खुले मार्केट में बेचा जा रहा है।

कुल 2 करोड़ 75 लाख 76 हजार टन कोयला इस तरह से निजी कंपनियों को बेचने की बात सामने आयी है। उसका बाजार भाव औसत 5 हजार रुपए प्रतिटन है जिससे गैरव्यवहार की राशि 13 हजार करोड़ से अधिक रुपए की होने की बात विधायक जोरगेवार ने कही। इससे राज्य सरकार के तिजोरी का बड़ा नुकसान हो रहा। अब तक का यह बड़ा कोयला घोटाला है। ऐसे में सरकार ने इस मामले की जांच कर संबंधितों पर कड़ी कार्रवाई करें और गैरव्यवहार को रोकने कोल वॉशरीज सीधे बिजली प्रकल्प के परिसर में ही स्थापित करने की मांग भी उन्होंने अधिवेशन में की।

Created On :   18 July 2025 1:09 PM IST

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