Chhindwara News: सिम्स के डॉक्टर्स ने ऑपरेशन कर निकाला कान का ट्यूमर, सिरिंगोसिस्टेडेनोमा पैपिलिफेरम बीमारी के विश्व में सिर्फ 730 पेशेंट

सिम्स के डॉक्टर्स ने ऑपरेशन कर निकाला कान का ट्यूमर, सिरिंगोसिस्टेडेनोमा पैपिलिफेरम बीमारी के विश्व में सिर्फ 730 पेशेंट
  • सिम्स के डॉक्टर्स ने ऑपरेशन कर निकाला कान का ट्यूमर
  • सिरिंगोसिस्टेडेनोमा पैपिलिफेरम बीमारी के विश्व में सिर्फ 730 पेशेंट

Chhindwara News: कान के पीछे बने ट्यूमर की तकलीफ से जूझ रही 18 वर्षीय युवती को दो साल बाद अपनी बीमारी से निजात मिल पाई। दरअसल युवती सिरिंगोसिस्टेडेनोमा पैपिलिफेरम नामक बीमारी से पीड़ित थी। पूरे विश्व में अब तक इस दुर्लभ बीमारी के 730 पेशेंट सामने आए है। गुरुवार को सिम्स के विशेषज्ञों की टीम ने ऑपरेशन कर युवती के कान का ट्यूमर निकाला है।

मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों ने बताया कि ईएनटी रोग विभाग में पिछले दिनों 18 वर्षीय युवती कान के पीछे बनी गठान का इलाज कराने आई थी। युवती पिछले दो सालांे से दर्द और खून बहने की समस्या से जूझ रही थी। युवती ने कई अस्पतालों में इलाज कराया, लेकिन उसे कोई स्वास्थ्य लाभ नहीं मिल सका था। मरीज की जांच के बाद सीटी स्कैन और बायोप्सी की गई, जिसमें सिरिंगोसिस्टेडेनोमा पैपिलिफेरम की पुष्टि हुई। पूरे विश्व मंे इस बीमारी के 730 मरीज सामने आए है। सभी जांचांे के बाद डॉ. नितिन जैन, डॉ. सूर्यकांत तिवारी और उनकी टीम ने गुरुवार को युवती का सफल ऑपरेशन कर कान के ट्यूमर को निकाला। ऑपरेशन के बाद युवती स्वस्थ है।

इंसिजनल हर्निया का किया सफल ऑपरेशन-

सिम्स मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों ने बताया कि 29 अगस्त को 47 वर्षीय मरीज पेट में सूजन के साथ जिला अस्पताल में भर्ती हुई थी। वह पिछले 3 वर्षों से पेट दर्द से परेशान थी। रोगी का 4 वर्ष पूर्व पेरफोरेटेड एपेंडिक्स के लिए ओपन एपेंडेक्टॉमी का ऑपरेशन हुआ था। मरीज की नियमित प्रीऑपरेटिव जांच और सीईसीटी स्कैन एब्डोमेन करवाया गया था। जिसमें इन्सिजनल हर्निया के साथ स्पिगेलियन हर्निया का पहचान की गई। गुरुवार को सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ महेंद्र सिंह, डॉ संदीप ठाकरे, डॉ विनीत मंडराह, डॉ अश्विनी पटेल, डॉ निकिता एस की टीम ने ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के बाद पेशेंट स्वस्थ है।

Created On :   5 Sept 2025 4:45 PM IST

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