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Chhindwara News: पत्नी ने पुलिस पर मारपीट और फर्जी प्रकरण बनाने का लगाया आरोप

- जिला जेल में बंदी की मौत
- पांढुर्ना पुलिस ने दर्ज किया था आबकारी एक्ट का मामला
- जिला अस्पताल में इलाज के दौरान 6 बजकर 35 मिनट पर भाऊराव की मौत हो गई।
Chhindwara News: जिला जेल में बंद पांढुर्ना के तीगांव निवासी 47 वर्षीय भाऊराव पिता भैयाजी उईके की सोमवार सुबह मौत हो गई। भाऊराव को 4 जून को पांढुर्ना पुिलस ने आबकारी एक्ट की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर जेल दाखिल किया था। सोमवार सुबह उसे घबराहट होने पर जिला अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया था। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
मृतक की पत्नी शर्मिला उईके का आरोप है कि पुलिस ने पति पर फर्जी मामला दर्ज किया और मारपीट की थी। जब वह भाऊराव से मिली थी तब उसने बताया था कि पुलिस ने उसके साथ मारपीट की है। उसके पति के शरीर पर चोट के निशान भी थे। शर्मिला ने मामले की जांच कर दोिषयों पर कार्रवाई की मांग की है।
पांढुर्ना पुलिस ने भाऊराव के खिलाफ आबकारी एक्ट की धारा 34 (2) के तहत मामला दर्ज किया था। 4 जून को उसे जिला जेल में दाखिल किया गया था। इसके बाद से वह जिला जेल में ही था। सोमवार सुबह सीने में दर्द और पसीना आने पर भाऊराव को जिला अस्पताल शिफ्ट कराया गया था। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। कोतवाली पुलिस ने मृतक का पीएम कराया है। भाऊराव के परिवार में पत्नी और तीन बच्चे है।
न्यायाधीश की उपस्थिति में हुई कार्रवाई-
कोतवाली पुलिस ने मर्ग कायमी और परिजनों के बयान समेत अन्य कागजी कार्रवाई न्यायाधीश की उपस्थिति में की। इसके बाद कोतवाली पुलिस द्वारा मृतक का पोस्टमार्टम कराया गया। बताया जा रहा है कि इस मामले की मजिस्ट्रीयल जांच की जाएगी।
जेल अधीक्षक का कहना-घबराहट और बेचैनी होने पर भेजा था अस्पताल-
जेल अधीक्षक प्रतीक कुमार जैन ने बताया कि पांढुर्ना पुलिस द्वारा 4 जून को भाऊराव को जेल दाखिल किया गया था। जेल दािखल कराने से पहले पुलिस ने भाऊराव की मेिडकल जांच कराई थी। जेल में भी उसकी शारीरिक जांच की गई थी।
उसके शरीर पर किसी तरह की चोट नहीं थी। उसने शरीर में सामान्य दर्द की शिकायत की थी तब डॉक्टर ने उसे दवाएं दे दी थी। सोमवार सुबह 5 बजकर 50 मिनट पर बंदी भाऊराव को ऑकअप से बाहर निकाला गया था। तब उसने घबराहट और बेचैनी की शिकायत की थी, उसे पसीना भी आ रहा था। जेल में ईसीजी और बीपी की जांच की गई थी। बीपी बढ़ा आने पर भाऊराव को जिला अस्पताल भेजा गया था। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान 6 बजकर 35 मिनट पर भाऊराव की मौत हो गई।
तीगांव में तनाव
उपद्रवियों ने शराब दुकान में की तोड़फोड़-
इधर सोमवार शाम मृतक भाऊराव का शव तीगांव पहुंचा तो लोगों में आक्रोश था। इनमें से कुछ उपद्रवियों ने देशी-विदेशी शराब दुकान में तोड़फोड़ कर दी। शराब दुकान मंे तोड़फोड़ की सूचना मिलने पर पांढुर्ना पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। पुिलस के आते ही उपद्रवी भाग निकले।
पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार-
तीगांव में तनाव की स्थिति बनाने पर पुलिस बल मौके पर तैनात किया गया है। सोमवार शाम को पुलिस की मौजदूगी में मृतक भाऊराव का अंतिम संस्कार किया गया। देर शाम तक पुलिस गांव में मौजूद रही।
शराब के साथ पकड़ा था आरोपी-एसडीओपी
पांढुर्ना एसडीओपी ब्रजेश भार्गव ने पुलिस पर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने बताया कि भाऊराव काे शराब के साथ पकड़ा गया था और आबकारी एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज कर न्यायालय के आदेश पर जेल भेजा गया था। आरोपी के खिलाफ पहले भी आबकारी के दो, मारपीट के दो, दुर्घटना के दो व एक अन्य मामला दर्ज है।
Created On :   17 Jun 2025 2:37 PM IST