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Chhindwara News: दुर्लभ प्रजाति के ट्रिनकेड मादा सांप का रेस्क्यू जिस डिब्बे में किया बंद उसमें दिए सात अंडे

- अब निगरानी में रखा जा रहा सांप, पॉवर हाउस के पास से सर्प मित्र ने किया था रेस्क्यू
- सात अंडे होने के कारण इसे छोड़ा नहीं गया है और अब इन्हें सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी बन गई है।
Chhindwara News: शहर के पावर हाउस क्षेत्र के पास से दुर्लभ प्रजाति का मादा कॉमन ट्रिनकेड सांप का रेस्क्यू किया गया। सोमवार-मंगलवार दरमियान रात तकरीबन एक बजे सूचना मिलने पर पहुंचे सर्प मित्र हेमंत गोदरे ने मादा कॉमन ट्रिनकेड सांप जिसे अलंकृत सांप भी कहते है इसका रेस्क्यू कर इसे सुरक्षित डिब्बे में रख दिया।
रात ज्यादा होने के कारण रेस्क्यू के बाद इसे सुरक्षित स्थान पर नहीं छोड़ा गया था। जब सर्प मित्र हेमंत गोदरे इसे बाहर छोड़ने के लिए पहुंचे तो जिस डिब्बे में नागिन को रखा गया था उसमें सात अंडे दिखाई दिए। रेस्क्यू के बाद नागिन के साथ सात अंडे होने के कारण इसे छोड़ा नहीं गया है और अब इन्हें सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी बन गई है।
अंडों को बचाने कर रहे जुगाड़
सर्प मित्र हेमंत गोदरे ने बताया कि कॉमन ट्रीनकेट सर्प बहुत ही शांत होता है और जहरीला व घातक नही होता है। जिस डिब्बे में सर्प को रखा गया था उसमें सात अंडे दिए है। देर शाम मादा नागिन डिब्बे से बाहर आ गई है। इसके बाद अब जिम्मेदारी बनती है कि इन अंडों को सुरक्षित रखा जाए। इसके लिए अब एक सुरक्षित बड़े से बॉक्स में घास (पैरा) को रखकर इसमें अंडे रखे जा रहे और एक निर्धारित तापमान में रखकर इसकी देख-रेख कर रहे है।
अंडों में एक निशान बनाया जा रहा है तांकि कुछ दिन बाद यदि इसमें हल-चल होती है तो पता चल सके। सर्पमित्र ने बताया कि यह समय कोबरा, रेट स्नेक, धामन, कॉमन ट्रीनकेट सर्पों के प्रजनन काल का समय है।
क्या कहते है डॉक्टर
कॉमन ट्रिनकेड सर्प जहरीला और घातक नहीं होता है। खाद्य श्रृंखला को बनाए रखने में इसकी भूमिका रहती है जो खेतों में चूहे, कीड़े-मकोड़े, छिपकली, केचुएं खाता है। वैसे तो कॉमन ट्रिनकेड कई प्रकार के होते है जो शर्मिले होने के साथ ह्यूमन टच को पसंद नहीं करते है। इस प्रकरण में भी रेस्क्यू के दौरान उसे डिब्बे में रखने के बाद अंडे दे दिया है। अब २० से २१ दिन में इनके मैच्यूअर होने का समय रहता है।
-डॉ अंकित मेश्राम, पशु चिकित्सक, सर्प विशेषज्ञ
Created On : 25 Jun 2025 9:08 AM