Gadchiroli News: मलेरिया मुक्त अभियान को मुंह चिढ़ा रहे आंकड़े , 30 दिन में 1565, हर दिन मिल रहे करीब 52 मरीज

मलेरिया मुक्त अभियान को मुंह चिढ़ा रहे आंकड़े , 30 दिन में 1565, हर दिन मिल रहे करीब 52 मरीज
  • भामरागढ़ में सर्वाधिक 700 और एटापल्ली में मिले 307 संक्रमित
  • टास्क फोर्स गठित फिर भी बढ़ रही मरीजों की संख्या

Gadchiroli News मोहनिश चिपीये . भारत सरकार वर्ष 2030 तक देश को मलेरिया मुक्त बनाने के लक्ष्य पर काम कर रही है, लेकिन आदिवासी बहुल और घने जंगल में बसे गड़चिरोली जिले में मलेरिया का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिले में मलेरिया उन्मूलन के लिए राज्य सरकार ने जुलाई 2017 में एक टास्क फोर्स का गठन भी किया है। मात्र मलेरिया मरीजों की संख्या कम होने के बजाए दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है। जून 2025 के नाममात्र 30 दिनों में जिले में एक साथ 1 हजार 565 मरीज मलेरिया से ग्रस्त पाये गये हंै। जिसमें सर्वाधिक 700 मरीज भामरागढ़ तहसील में होकर एटापल्ली तहसील में 307 मरीज संक्रमित होने की जानकारी जिला मलेरिया विभाग से मिली है। लगातार बढ़ रहे मरीजों के आंकड़े चिंता का विषय होकर मरीजों की संख्या कम करने टास्क फोर्स को विशेष उपाययोजना करने की आवश्यकता है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रदेश में सर्वाधिक 78 प्रतिशत जंगल एकमात्र गड़चिरोली जिले में मौजूद है। इस जंगल में मलेरिया के एनोफिलीज नामक मच्छर बड़े तादाद में मौजूद होकर बारिश का मौसम शुरू होते ही इन मच्छरों की पैदावार बढ़ने लगती है। इन मच्छरों के कांटने से ही जिले में हर वर्ष हजारों की संख्या में मरीज मलेरिया से ग्रस्त हो जाते हैं। राज्य सरकार ने गड़चिरोली जिले की भामरागढ़ और एटापल्ली तहसील को मलेरिया के लिए अतिसंवेदनशील घोषित भी कर रखा है। साथ ही इन दोनों तहसीलों में मलेरिया उन्मूलन के लिए प्रभावी कार्य करने के निर्देश भी जारी किये हैं। साथ ही मलेरिया का खात्मा करने के लिए सरकार ने जुलाई 2017 में एक विशेष टास्क फोर्स भी गठित किया है। यह टास्क फोर्स डा. अभय बंग की अगुवाई में कार्य कर रही है। पिछले 8 वर्षों से यह टास्क फोर्स मलेरिया उन्मूलन का कार्य कर रही हैं, लेकिन अब तक इस समिति को कार्य में सफलता नहीं मिल पायी है। गत जून माह में जिलेभर में मलेरिया से पीड़ित 1 हजार 565 मरीज मिले हैं।

जनवरी से जून माह की कालावधि में मरीजों की संख्या 2 हजार 605 होने की जानकारी मलेरिया विभाग ने दी है। इन 6 महीने में कुल 3 मरीजों की मृत्यु भी मलेरिया से होने की जानकारी सामने आयी है। लगातार बढ़ रहे मलेरिया के प्रकोप को कम करने विशेष टास्क फोर्स द्वारा भी कोई ठोस उपाययोजना नहीं किये जाने से इस समिति की कार्यप्रणाली पर भी अब सवालियां निशान अंकित किया जा रहा है।

लगातार की जा रहीं उपाययोजनाएं : मलेरिया के लिए संवेदनशील जिले की भामरागढ़, एटापल्ली समेत अन्य तहसीलों में मच्छरदानी वितरण के कार्य के साथ दवाइयों के छिड़काव का कार्य निरंतर रूप से शुरू है। गांवों में पहुंचकर लोगों में जनजागृति करने का कार्य भी किया जा रहा है। बारिश के दिन होने से दुर्गम क्षेत्र के अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में दवाइयों का आवंटन भी किया जा चुका है। डा. पंकज हेमके, जिला मलेरिया अधिकारी, गड़चिरोली

Created On :   5 July 2025 5:28 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story