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नियमों उल्लंघन का आरोप: इस्कॉन संचालित स्कूल के खिलाफ कार्रवाई में देरी, एक्टिविस्ट ने शिक्षामंत्री को भेजा नोटिस
- पिछले साल जुलाई में हुई थी सुनवाई
- अब तक मामले में फैसला नहीं हो सका
- शिक्षामंत्री को भेजा नोटिस
डिजिटल डेस्क, मुंबई। इस्कॉन द्वारा संचालित अंधेरी स्थित भक्ति वेदांत स्वामी मिशन स्कूल के खिलाफ शिकायतों पर सुनवाई के कई महीने बाद भी कार्रवाई न करने को लेकर एक्टिविस्ट ने स्कूली शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर, शिक्षा सचिव और मुंबई महानगर पालिका के शिक्षा विभाग को नोटिस भेजा है। नोटिस में नियमों का उल्लंघन के चलते स्कूल को दिया गया अनापत्ति प्रमाणपत्र रद्द करने की मांग की गई है। ऐसा न करने पर दो महीने के भीतर अदालती कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। इस मामले में स्कूल ने अपने खिलाफ लगे आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए स्पष्टीकरण दिया है कि उन्होंने अपना पक्ष मंत्री के सामने रख दिया है।
स्कूल के खिलाफ जांच में आर्थिक अनियमितता की बात सामने आई
मंत्री केसरकर को नोटिस भेजने वाले नितिन दलवी का दावा है कि स्कूल के खिलाफ जांच में आर्थिक अनियमितता की बात सामने आई थी। 2017 में पहले स्कूल पर विद्यार्थियों को खास दुकान से गणवेश और दूसरे सामान खरीदने के लिए मजबूर करने के भी आरोप लगे थे। इस मामले में जांच के बाद स्कूल को दिया गया अनापत्ति प्रमाणपत्र रद्द करने की सिफारिश की गई थी। इस पर मंत्री केसरकर के सामने पिछले साल जुलाई में सुनवाई हुई थी। लेकिन सुनवाई के बाद क्या हुआ इसकी जानकारी नहीं दी जा रही है, इसीलिए मैंने अपने वकील विक्रम माने के जरिए मंत्री केसरकर और संबंधित विभागों के अधिकारियों को कानूनी नोटिस भेजा है।
‘बेबुनियाद हैं आरोप’
इस मामले में इस्कॉन जुहू के अध्यक्ष ब्रज हरि दास ने स्कूल पर लगे आरोपों को सरासर गलत बताया। उन्होंने कहा कि शिकायत के आधार पर मंत्री केसरकर ने मामले की सुनवाई की और उस दौरान हमने सफाई से अपनी बात रखी और बताया कि किस तरह राजनीति से प्रेरित आरोप लगाकर हमें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि गणवेश की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए खास दुकान से इसकी खरीदारी करने को कहा जाता था लेकिन अब यह बंद कर दिया गया है।
Created On :   17 Jan 2024 9:32 PM IST