अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स रैकेट मामला: पुणे ड्रग्स रैकेट का मास्टरमाइंड कुवैत फरार, जांच में टेरर फंडिंग की बात

पुणे ड्रग्स रैकेट का मास्टरमाइंड कुवैत फरार, जांच में टेरर फंडिंग की बात
  • केंद्रीय जांच एजेंसी ने भी शुरू की जांच
  • रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की प्रक्रिया जारी

डिजिटल डेस्क, पुणे। पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक अंतर्राष्ट्रीय ड्रग्स रैकेट का पर्दाफाश किया है। साढ़े तीन हजार करोड़ रुपए के इस रैकेट के मास्टरमाइंड के बारे में पुलिस को जानकारी मिली है कि संदीप धुनिया उर्फ सैमसंग काठमांडू के रास्ते कुवैत भाग गया है।

संदीप धुनिया उर्फ सैमसंग की गिरफ्तारी को लेकर पुणे पुलिस ने लुकआउट नोटिस जारी किया है, रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की भी प्रक्रिया चल रही है। इस मामले में केंद्रीय जांच एजेंसियों ने भी जांच शुरू कर दी है। इस मामले में टेरर फंडिंग की जानकारी सामने आई है।

संदीप धुनिया उर्फ सैमसंग बिहार का निवासी है

पुणे पुलिस के सूत्रों के अनुसार इस ड्रग रैकेट का मास्टरमाइंड संदीप धुनिया उर्फ सैमसंग पटना, बिहार का निवासी है। संदीप को 2016 में राजस्व खुफिया निदेशालय ने पुणे में एक ऑपरेशन में पकड़ा था।

टेरर फंडिंग की आशंका, र हवाला रैकेट के दृष्टिकोण से भी जांच

ड्रग्स रैकेट मामले की जांच में केंद्रीय जांच एजेंसियां एनआईए, सीबीआई, एनसीबी भी शामिल हो गई हैं। सूत्रों के अनुसार इसकी जांच ‘टेरर फंडिंग' और हवाला रैकेट के दृष्टिकोण से भी जांच की जा रही है।

लंदन कनेक्शन आया सामने

पुणे पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार से मिली जानकारी के अनुसार क्राइम ब्रांच की 16 टीमें छोटे ड्रग्स सप्लायर और विक्रेताओं की तलाश में हैं। पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि खाने के पैकेट में भरकर एमडी ड्रग्स भारत से लंदन भेजी जाती थी। यह पिछले दो से ढाई साल से दिल्ली से लंदन भेजी जा रही थी।







Created On :   22 Feb 2024 4:36 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story