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Mumbai News: मानसिक तनाव से डॉक्टरों को बचाने के लिए शुरू हुई हेल्पलाइन, आम लोग भी उठा सकेंगे लाभ

- साल के 365 दिन हेल्पलाइ रहेगी शुरू, आम लोग भी उठा सकेंगे लाभ
- डॉक्टर कर चुके हैं खुदकुशी
Mumbai News. कई मेडिकल स्टूडेंट शिक्षा के दौरान मानसिक तनाव में रहते हैं। उसके बाद पेशेवर क्षेत्र में आनेवाली चुनौतियों के कारण उनका तनाव और भी बढ़ जाता है। हालांकि हर मेडिकल कॉलेज में मेडिकल स्टूडेंट के मानसिक स्वास्थ्य के लिए परामर्श केंद्र है, लेकिन पेशेवर क्षेत्र में कार्यरत डॉक्टरों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। इसलिए अब डॉक्टरों ने स्वयं अपने मानसिक स्वास्थ्य के लिए मदद की पहल की है। डॉक्टरों को मानसिक तनाव से उबारने के लिए डॉक्टरों ने स्वयं एक हेल्पलाइन सुविधा शुरू की है। यहां डॉक्टर व्यक्तिगत, अध्ययन संबंधी और रिश्तों से जुड़े तनाव पर खुलकर चर्चा कर सकते हैं। पिछले कुछ वर्षों से डॉक्टरों में तनाव का स्तर बढ़ा है। इसी तनाव की वजह से कई डॉक्टर आत्महत्या जैसा रास्ता अपना लेते हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन ने डॉक्टरों को मानसिक तनाव से उबारने के लिए एक हेल्पलाइन सुविधा शुरू की है। यह सुविधा डॉक्टरों के लिए रोजाना सुबह 7 बजे से 20 घंटे उपलब्ध रहेगी। डॉक्टरों की काउंसलिंग के लिए 50 डॉक्टरों की एक टीम तैयार की गई है। यह हेल्पलाइन मराठी, हिंदी, अंग्रेजी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, बंगाली जैसी विभिन्न भाषाओं में डॉक्टरों का मार्गदर्शन करेगी। एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. अक्षय डोंगरदिवे ने बताया कि संगठन सभी मेडिकल कॉलेजों के रेजिडेंट डॉक्टरों, स्नातक मेडिकल छात्रों, मेडिकल कॉलेजों के प्रोफेसरों, मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े डॉक्टरों और पेशेवर क्षेत्र में कार्यरत डॉक्टरों तक इस सुविधा को पहुंचाने का प्रयास कर रहा है। संगठन ने मानसिक स्वास्थ्य पर परामर्श देने वाले डॉक्टरों के मोबाइल नंबर जारी किए हैं। उन्होंने कहा है कि डॉक्टरों के अलावा अगर कोई आम व्यक्ति इस नंबर पर संपर्क करता है, तो उसे भी मार्गदर्शन दिया जाएगा।
इतने डॉक्टर कर चुके हैं खुदकुशी
प्रदेश में बीते 7 वर्ष में 13 मेडिकल स्टूडेंट ने खुदकुशी की है। इनमें 5 मेडिकल स्टूडेंट एमबीबीएस के और 8 मेडिकल स्टूडेंट पोस्ट ग्रेजुएशन के थे। हालांकि इन आत्महत्याओं के पीछे मेडिकल स्टूडेंट की व्यक्तिगत समस्या के साथ-साथ अस्पताल का दूषित वातावरण भी रहा है।
Created On :   21 Aug 2025 9:59 PM IST