Mumbai News: राज ठाकरे से मिलने फिर पहुंचे उद्धव ठाकरे, नेपाल हिंसा पर दोनों शिवसेना के संजय आमने-सामने

राज ठाकरे से मिलने फिर पहुंचे उद्धव ठाकरे, नेपाल हिंसा पर दोनों शिवसेना के संजय आमने-सामने
  • उद्धव गुट की दशहरा रैली में हो सकती है युति की घोषणा
  • नेपाल हिंसा पर दोनों शिवसेना के ‘संजय' आमने-सामने
  • राऊत बोले- भारत में अंसतोष, लोगों को सावधान रहना चाहिए

Mumbai News. आगामी मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनावों से पहले महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा मोड़ आ सकता है। शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे बुधवार को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे से मिलने उनके निवास स्थान 'शिवतीर्थ' पर पहुंचे। सूत्रों का कहना है कि दोनों ही ठाकरे बंधुओं के बीच बीएमसी चुनाव सहित नाशिक, ठाणे और पुणे महानगरपालिका चुनाव पर करीब ढाई घंटे तक चर्चा हुई। पिछले 15 दिनों में दोनों ठाकरे भाइयों की हुई इस दूसरी मुलाकात ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। मुलाकात के बाद दोनों ही ठाकरे बंधुओं ने मीडिया से कोई बात नहीं की, जबकि शिवसेना (उद्धव) सांसद संजय राऊत ने इस मुलाकात को पारिवारिक मुलाकात बताया है।

बैठक में क्या हुआ?

बुधवार को जैसे ही उद्धव ठाकरे राज ठाकरे से मुलाकात के लिए उनके घर पर पहुंचे तो राजनीतिक जगत में हड़कंप मच गया। वैसे इस मुलाकात का अंदेशा उस समय ही हो गया था जब शिवसेना (उद्धव) के विधायक सचिन अहीर ने कुछ दिनों पहले यह कहकर सनसनी मचा दी थी कि दशहरा पर होने वाली उद्धव गुट की रैली में राज ठाकरे को निमंत्रण दिया जा सकता है। ठीक उसी के अनुरूप उद्धव राज के घर पहुंचे। भले ही दोनों दलों की तरफ से यह साफ नहीं किया गया है कि दशहरा रैली में युति की घोषणा होगी लेकिन शिवसेना (उद्धव) के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक उद्धव ने राज के साथ आगामी बीएमसी चुनाव और दूसरी प्रमुख महानगरपालिकाओं चुनावों पर चर्चा हुई है। इसके साथ ही उद्धव ने राज को अपनी दशहरा रैली का भी निमंत्रण दिया है। इस मुलाकात के बाद अब अटकलें और तेज हो गई हैं कि दशहरा के अवसर पर शिवसेना (उद्धव) और मनसे के बीच युति (गठबंधन) की आधिकारिक घोषणा हो सकती है।

राऊत का दावा उद्धव कुंदा मौसी से मिलने आए थे

ठाकरे बंधुओं ने मुलाकात के बाद भले ही मीडिया से कोई बात नहीं की हो लेकिन संजय राऊत ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उद्धव केवल राज ठाकरे की मां (कुंदा मौसी) से मिलने के लिए गए थे। उन्होंने कहा कि गणेशोत्सव के समय जब उद्धव राज के घर आए थे तब भीड़ अधिक होने के कारण उनकी कुंदा मौसी से ठीक से बातचीत नहीं हो पाई थी। उन्होंने दोबारा आने का निमंत्रण दिया था, उसी के तहत यह भेंट हुई। लेकिन राऊत की बात किसी को नहीं पच रही है। इस मुलाकात के बाद सवाल उठ रहे हैं कि जब उद्धव कुंदा मौसी से मिलने गए थे तो उन्होंने राज से अकेले में एक घंटे तक बात क्यों की?

पिछले दो महीने में राज और उद्धव के बीच हुई चार बार मुलाकात

  • 5 जुलाई को मराठी भाषा के मुद्दे पर दोनों नेता एक साथ मंच पर आए।
  • 27 जुलाई को राज उद्धव को जन्मदिन की बधाई देने मातोश्री पहुंचे।
  • 27 अगस्त को उद्धव राज ठाकरे के घर गणपति का दर्शन करने पहुंचे।
  • 10 सितंबर को उद्धव एक बार फिर राज से मिलने उनके घर पहुंचे।

नेपाल हिंसा पर दोनों शिवसेना के ‘संजय' आमने-सामने, राऊत बोले- भारत में अंसतोष, लोगों को सावधान रहना चाहिए

उधर शिवसेना (उद्धव) के सांसद संजय राऊत के नेपाल की तरह हिंसा किसी भी देश में फैलने वाले बयान को लेकर लेकर राजनीति गरमा गई है। शिवसेना (शिंदे) के उपनेता तथा प्रवक्ता संजय निरुपम ने राऊत के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की चेतावनी दी है। जबकि भाजपा ने भी राऊत के खिलाफ तीखा हमला बोला है। बुधवार को राऊत ने कहा कि नेपाल देश भारत के सीमावर्ती राज्यों से बिहार और उत्तर प्रदेश से सटा हुआ है। नेपाल में भ्रष्टाचार, तानाशाही, सरकार, मंत्री और उनके विदेश में रहने वाले बेटों के खिलाफ आग लगी है। वहां पर हिंसा फैली है। नेपाल के मंत्रियों को सड़क पर पकड़कर लोगों ने मारा है। भारत की स्थिति भी ठीक नहीं है। भारत के लोगों के मन में भी अंदर ही अंदर असंतोष और बेचैनी है। इसलिए सभी को सावधान रहना चाहिए। भारत के युवा अभी शांत नजर आ रहे हैं। लेकिन वह बेरोजगार हैं उनकी भी कई समस्याएं हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में 80 करोड़ लोगों को राशन दुकानों पर अनाज देते हैं। इसका मतलब है कि लोग अब भी गरीब और बेरोजगार हैं। राऊत ने कहा कि भारत में भी 75 लाख नेपाली रहते हैं। नेपाल से पहले म्यानमार, बांग्लादेश और श्रीलंका में हिंसा हुई थी। पाकिस्तान में हिंसा होती रहती है।

माफी मांगें राऊत- निरुपम

राऊत के इस बयान पर शिवसेना (शिंदे) के प्रवक्ता निरुपम ने निशाना साधा है। निरुपम ने कहा कि राऊत का कहना है कि जो नेपाल में हुआ है, वह भारत में भी हो सकता है। राऊत को अपने इस बयान को 24 घंटे के भीतर वापस लेकर माफी मांगनी चाहिए। यदि राऊत ने माफी नहीं मांगी तो मैं उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत कराऊंगा। निरुपम ने कहा कि राऊत के बयान को लेकर पुलिस को स्वतः संज्ञान लेकर मामला दर्ज करना चाहिए। क्योंकि राउत की भाषा देश विरोधी है। यह एक तरह से देशद्रोह है। निरुपम ने कहा कि राउत पहले भी श्रीलंका और बांग्लादेश की घटनाओं को भारत से जोड़कर बयान दे चुके हैं। अब वह नेपाल हिंसा के बाद यह बातें दोहरा रहे हैं। निरुपम ने कहा कि भारत में लगभग 70 से 75 लाख नेपाली रहते हैं। अगर कोई भारत को अस्थिर करने की साजिश करेगा तो नेपाली भी उसका विरोध करेंगे।

राऊत के मन की बात जुबान पर आई - बन

प्रदेश भाजपा के मीडिया विभाग प्रमुख नवनाथ बन ने कहा कि राऊत देश में नेपाल जैसी अराजकता फैलने की भविष्यवाणी कर रहे हैं क्या? क्या उनकी गुप्त इच्छा भारत को नेपाल जैसे अस्थिरता की ओर धकेलने की है? वह महाराष्ट्र और देश के साथ गद्दारी का बीज बो रहे है। सच्चाई यह है कि राऊत के मन की बात जुबान पर आ गई है।


Created On :   10 Sept 2025 9:54 PM IST

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