New Delhi News: महाराष्ट्र में सर्वाधिक सहकारी समितियां, मध्य प्रदेश में सहकारिता विश्वविद्यालय का प्रस्ताव नहीं

महाराष्ट्र में सर्वाधिक सहकारी समितियां, मध्य प्रदेश में सहकारिता विश्वविद्यालय का प्रस्ताव नहीं
  • मध्य प्रदेश में सहकारिता विश्वविद्यालय का प्रस्ताव नहीं
  • महाराष्ट्र में सर्वाधिक 2,23,605 सहकारी समितियां

New Delhi News. केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा है कि गुजरात के त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय के अंतर्गत मध्य प्रदेश में ऐसा कोई विश्वविद्यालय बनाने का उसका कोई विचार नहीं है। साथ ही मध्य प्रदेश में उसका कोई कैंपस स्थापित करने की भी कोई योजना नहीं है। केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को भाजपा सांसद गणेश सिंह के लिखित सवाल के जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में मध्य प्रदेश में त्रिभुवन विश्वविद्यालय की तर्ज पर सहकारिता विश्वविद्यालय बनाने का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है और न ही मंत्रालय को ऐसा कोई प्रस्ताव प्राप्त हुआ है। शाह ने आगे बताया कि राष्ट्रीय सहकारी डेटाबेस (एनसीडी) के अनुसार, देश भर में 8 लाख से अधिक सहकारी समितियां हैं. जिनमें लगभग 30 करोड़ सदस्य हैं। इनमें से मध्य प्रदेश में 54,025 सहकारी समितियां हैं जिनके लगभग 95 लाख सदस्य हैं। मध्य प्रदेश के सतना जिले में 1,551 सहकारी समितियां जिनके लगभग 1.80 लाख सदस्य हैं।

महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा समितियां

सहकारिता मंत्रालय द्वारा उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, देश भर में सबसे ज्यादा सहकारी समितियां महाराष्ट्र में हैं। महाराष्ट्र में 2,23,605 सहकारी समितियां हैं और इसके सदस्यों की संख्या 7,96,51,615 है।

Created On :   22 July 2025 9:07 PM IST

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