बड़ी लापरवाही: सूची में 2 लाख मृत मतदाता, 2 लाख का पता बदल गया

सूची में 2 लाख मृत मतदाता, 2 लाख का पता बदल गया
  • पोलिंग एजेंट वोटर स्लिप लेकर घर-घर पहुंच रहे हैं
  • मृतकों के नाम का खुलासा हो रहा है

डिजिटल डेस्क, नागपुर, विनोद झाड़े | जिला प्रशासन ने जो वोटर लिस्ट जारी की है, उसके मुताबिक नागपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र में 22 लाख 23 हजार 281 वोटर हैं। मृतकों व क्षेत्र छोड़ चुके लोगों के नाम वोटर लिस्ट से हटाने का दावा किया गया, लेकिन आज भी करीब 10 फीसदी मृतकों के नाम वोटर लिस्ट में बने हुए हैं। पोलिंग एजेंट वोटर स्लिप लेकर घर-घर पहुंच रहे हैं, तो मृतकों के नाम का खुलासा हो रहा है। दो दशक पहले मृत्यु हुए लोगों के नाम भी वोटर लिस्ट में हैं। करीब 10 फीसदी यानी लगभग 2 लाख मृतक अभी भी वोटर बने हुए हैं।

कार्यकर्ता नाराज : वोटिंग का समय नजदीक आने के साथ ही सियासी पार्टी के कार्यकर्ता घर-घर जाकर वोटर स्लिप बांट रहे हैं। कार्यकर्ता इस बात से भयंकर नाराज हैं कि उन्हें जो स्लिप थमाई गई है, उसमें करीब 10 फीसदी मतदाताआें की मृत्यु हो चुकी है। ऐसा नहीं कि मृत्यु 3-4 साल पहले हुई हो। 5-10-15 व 20 साल पहले जिनकी मृत्यु हुई है, उनके नाम भी मतदाता सूची में शामिल हैं।

नाम वहीं, पता बदल गया

इसी तरह एरिया छोड़कर दूसरी जगह या शहर गए लोगों के नाम भी वोटर लिस्ट में हैं। इसमें ज्यादातर किराएदार हैं, जो अब दूसरी जगह खुद के मकान में रहने गए। अधिकांश लोगों के नाम नई जगह (अब जहां रह रहे) की वोटर लिस्ट में आ गए हैं। पुराने या नए एरिया में नाम वाले किसी एक जगह ही वोट कर सकेंगे।

मुंबई, पुणे, बेंगलुरु में हजारों युवा

शहर के हजारों युवा मुंबई, पुणे, बेंगलुरु, हैदराबाद, दिल्ली व अन्य शहरों में नामी कंपनियों में जॉब कर रहे हैं। इनमें से कितने युवा वोटिंग के लिए नागपुर आ सकेंगे, यह कह पाना कठिन है।

बड़ी चिंता यह

रमाकांत गुप्ता व जयंता मोटघरे ने बताया कि हमें जो पोलिंग स्टेशन वाइज वोटर लिस्ट मिली है, उसमें 1000 से 1300 तक वोटर हैं। वोटर स्लिप पहुंचाने पर पता चल रहा है कि कई लोगों की मृत्यु हो चुकी है। 10-15-20 साल पहले मृत्यु हुए लोग भी वोटर लिस्ट में है। इसी तरह 10-15 साल पहले एरिया छोड़कर गए लोगों के नाम भी बड़ी संख्या में है। मोटघरे का कहना है कि मेरी मां का निधन 2013 में हुआ था। बीएलओं को मृत्यु प्रमाणपत्र दिया था, लेकिन अभी भी वोटर लिस्ट में नाम है। हर पोलिंग स्टेशन में यही स्थिति है। ऐसे में वोटिंग प्रतिशत कैसे बढ़ेगा, यह हमारी चिंता है।

कुछ नाम इस प्रकार

मध्य नागपुर में हंसापुरी इलाके के सीताबाई माणिकराव मोटघरे, विश्वेश्वर चुन्नीलाल मोटघरे, इंदिराबाई गोपालराव मोटघरे, अशोक पुरुषोत्तम मोटघरे, शांताबाई सुंदरलाल मोटघरे, श्यामराव पांडुरंगजी मोटघरे, देवकाबाई नारायण मोटघरे, हेमराज झाड़े, शांताबाई दिगंबर भांगे, छबु ज्ञानेश्वर टिकले, ज्ञानेश्वर बालकृष्ण टिकले, वैभव विष्णु मोगरकर, रंजीत चंद्रभुषण वर्मा, शिवचरण भैयालाल नायक, गीता हरनारायम मिश्रा, शिवकुमार डागा, रेखाबाई शिवपालसिंह बिसेन, दीपक बी. गंगोत्री, सुखदेव भैयालाल गौर, प्रभाकर माणिकराव कोहले, रमेश कुल्लूलाल गौर आदि अब नहीं रहे, लेकिन वोटर लिस्ट में इनका नाम है। दो पोलिंग स्टेशन की ही इतनी लंबी लिस्ट है कि सभी का नाम लिखना मुश्किल है।

Created On :   15 April 2024 4:28 PM IST

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