योजना: यूनिवर्सिटी के 700 छात्रों को मिलेगी सहायता निधि

यूनिवर्सिटी के 700 छात्रों को मिलेगी सहायता निधि
  • यूनिवर्सिटी के गरीब छात्रों के लिए चलाई जाती है कई योजनाएं
  • प्राप्त हुए हैं 746 आवेदन पत्र

डिजिटल डेस्क, नागपुर । नागपुर विद्यापीठ की ओर से गरीब, आर्थिक रूप से कमजाेर छात्रों के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं चलायी जाती हैं। छात्र सहायता निधि योजना पिछले कुछ सालों से शुरू है। गरीब छात्राें को शिक्षा शुल्क, परीक्षा शुल्क, प्रयोगशाला शुल्क और छात्रावास में रहने के खर्च के लिए आर्थिक सहायता की जाती है। इस वर्ष योजना लाभ पाने के लिए 746 आवेदन प्राप्त हुए हैं, इनमें से करीब 700 छात्रों को सहायता निधि का लाभ मिलेगा। इसके लिए बजट में 50 लाख की व्यवस्था की गई है। पिछले साल 450 छात्रों को इस योजना का लाभ मिला, यह जानकारी विद्यापीठ छात्र विकास विभाग के संचालक मंगेश पाठक ने दी। उन्होंने बताया कि, गरीब छात्रों को पढ़ाई के साथ रोजगार भी मिले, इसलिए "कमाओ और पढ़ो' योजना है। विद्यापीठ ने 2005 में छात्र हित में यह योजना शुरू की, तब विद्यापीठ के शैक्षणिक विभाग के लिए ही यह योजना थी। वर्ष 2022-23 से योजना का विस्तार कर विद्यापीठ के सभी कॉलेज के लिए यह योजना लागू की गयी है। छात्र चिकित्सा सहायता निधि महत्त्वपूर्ण योजना है। इस योजना का लाभ लेने छात्र के परिवार की वार्षिक आय 1 लाख से अधिक नहीं हाेनी चाहिए। इसमे दुर्घटना, जलना, क्षय रोग, कैंसर, दिल की बिमारी, किडनी के संबंधित बीमारी, सभी संक्रामक रोगों के लिए 7 दिन या उससे अधिक समय तक अस्पताल में भर्ती रहने की आवश्यकता होती है। इन बीमारियों के लिए ज्यादा से ज्यादा 25 हजार तक निधि दी जाती है।

3 लाख तक दुर्घटना बीमा : छात्र बीमा योजना के तहत 3 लाख तक दुर्घटना बीमा की सुविधा है। विद्यापीठ अंतर्गत सभी कॉलेज के छात्रों के लिए योजना लागू है। इसके लिए छात्रों से प्रतिवर्ष 40 रुपए शुल्क लिया जाता है। शिक्षा लेते समय छात्र या अभिभावक की दुर्घटना से मौत होने या हमेशा के लिए दिव्यांगता आती है, तो 100 प्रतिशत यानी 3 लाख बीमा की रकम मिलेगी। दुर्घटना हुई, तो 40 प्रतिशत रकम चिकित्सा खर्च के लिए दी जाती है। विद्यापीठ ने दो साल पहले यह योजना शुरू की है।

Created On :   10 Oct 2023 7:35 AM GMT

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