जीवनदान: सेवानिवृत्त प्राध्यापक के अंगदान से मिला नया जीवन,दो दिव्यांगों को मिलेगी रोशनी

सेवानिवृत्त प्राध्यापक के अंगदान से मिला नया जीवन,दो दिव्यांगों को मिलेगी रोशनी
नागपुर जिले का 121वां और इस साल का 26वां अंगदान

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोनाकाल में दो साल तक अंगदान को लेकर उदासीनता दिखाई देती थी। इस साल से अंगदान को लेकर जागरूकता दिखाई दे रही है। मृतकों के परिजन अंगदान के प्रति सकारात्मक दिखाई देने लगे हैं। गुरुवार को एक सिविल इंजीनियर वैभव कार्लेकर के अंगदान से तीन लोगों को जीवन मिला, वहीं दो लोगों को रोशनी मिलेगी। शुक्रवार को एक प्राध्यापक के अंगदान से एक व्यक्ति को नया जीवन मिला है। वहीं नेत्रदान से दो लोगों को रोशनी मिलेगी।

जांच के बाद ब्रेन डेड होने की घोषणा की : प्राप्त जानकारी के अनुसार राणाप्रताप नगर निवासी 60 वर्षीय सुनील जोशी मैकेनिकल इंजीनियर व प्राध्यापक थे। हाल ही में शहर के शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज से प्राध्यापक पद से सेवानिवृत्त हुए थे। कुछ दिन पहले अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी थी। परिजनों ने उन्हें शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया। यहां जांच के बाद उनके मस्तिष्क में रक्तस्त्राव होने की बात पता चली। डॉक्टरों ने उनका उपचार कर बचाने का काफी प्रयास किया। लेकिन उपचार को प्रतिसाद नहीं मिल रहा था। अंतत: उनके मस्तिष्क पेशियों की जांच की गई। जांच के बाद ब्रेन डेड होने की घोषणा की गई। अंग प्रत्यारोपण समन्वयक सुषमा अवचार द्वारा जोशी परिवार का अंगदान के लिए समुपदेशन किया गया। परिजनों में सुनील जोशी की पत्नी सुप्रिया व भाई अजय जोशी ने अंगदान के लिए अनुमति दी। इसके बाद उनका लिवर व आंखों के कार्निया दान करने का निर्णय लिया गया।

Created On :   14 Oct 2023 10:58 AM GMT

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