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मेडिकल अस्पताल: कैंसर रोगियों को अब नहीं खरीदने पड़ रहे हैं महंगे इंजेक्शन, योजना अंतर्गत मिल रहा लाभ

- कैंसर रोगियों के लिए अलग कक्ष
- पैकेज सुविधा बढ़ने से राहत
डिजिटल डेस्क, नागपुर। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत मरीजों को 5 लाख रुपए तक लाभ मिलने लगा है। शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेडिकल) में आनेवाले कैंसररोगियों को राहत मिल रही है। जब पैकेज 1.50 लाख का था, तब टार्गेटेड थेरेपी के लिए मरीजों को महंगे इंजेक्शन बाहर से खरीदने पड़ रहे थे। अब यह इंजेक्शन योजना अंतर्गत उपलब्ध कराए जा रहे है।
पैकेज सुविधा बढ़ने से राहत
मेडिकल के कैंसर रोग विभाग में कैंसर रोगियों के लिए सरकारी योजना का लाभ दिलाने विशेष कक्ष शुरु किया गया है। इस कक्ष से हर रोज औसत नये 25 मरीजों को विविध प्रकार के कैंसर उपचार के लिए मदद मिल रही है। फॉर्म भरने से लेकर राशि मंजूरी तक के सारे काम इस कक्ष से होते हैं। वहीं मरीजों को यहां-वहां भागदौड़ नहीं करनी पड़ती। सूत्रों ने बताया कि जब पैकेज की राशि कम थी, उस समय टार्गेटेड थेरेपी के लिए मरीजों को बाहर से इंजेक्शन खरीदकर लाने पड़ते थे।
इन इंजेक्शनों की कीमत 10 हजार से लेकर 1 लाख रुपए होती थी। उस समय 1.50 लाख की पैकेज सुविधा लेने के बावजूद मरीजों का उपचार पूरा नहीं हो पाता था। अब 5 लाख रुपए पैकेल होने से काफी राहत मिल रही है। इसके अलावा महंगी दवाएं खरीदने में आसानी हो गई है। कुल मिलाकर सरकारी योजना की राशि बढ़ने से कैंसर रोगियों को उपचार सुविधा आसानी से मिलने लगी है। उन लोगों को बाहर से इंजेक्शन व दवाएं नहीं खरीदनी पड़ रही है।
कैंसर रोगियों के लिए अलग कक्ष
मेडिकल में कैंसर रोगियों की समस्या को देखते हुए कैंसर रोग विभाग प्रमुख डॉ. अशोक कुमार दीवान ने मरीजों को लाभ दिलाने के लिए स्वतंत्र कक्ष की पहल की थी। इसे गंभीरता से लेते हुए अधिष्ठाता राज गजभिये ने तुरंत कक्ष बनाने की मंजूरी दी। इसके लिए चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अविनाश गावंडे ने तकनीकी व प्रशासकीय सहयोग किया। कैंसर रोग विभाग अंतर्गत मेडिकल में हर साल 2200 मरीज पंजीयन कराते हैं।
इनमें से करीब 80 से 90 फीसदी को योजना का लाभ पाने के लिए आवेदन करना पड़ता है। मेडिकल में योजना के मुख्य कार्यालय में भीड़ होती है। ऐसे में कैंसररोगियों को परेशानी होती थी। अब इस समस्या को हल कर दिया गया है। हालांकि यह कक्ष जनवरी में ही शुरु किया गया था, लेकिन अब पैकेज राशि बढ़ने के बाद से इस कक्ष का महत्व बढ़ गया है।
Created On :   4 Aug 2024 7:01 PM IST