नागपुर मनपा: एक करोड़ से अधिक का करार - सिग्नल पड़े बेकार, ठेका एजेंसी को लेकर अनदेखी

एक करोड़ से अधिक का करार - सिग्नल पड़े बेकार, ठेका एजेंसी को लेकर अनदेखी
  • ठेका एजेंसी को लेकर मनपा की अनदेखी
  • केन्द्रीय मंत्री भी लगा चुके फटकार
  • कई स्थानों पर अचानक ट्रैफिक जाम में सिग्नल बंद हो जाते हैं

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर में प्रमुख चौराहों और स्थानों पर ट्रैफिक सिग्नल के बुरे हाल बने हुए हैं। सिग्नलों के ब्लिंकर अपनी मर्जी से आरंभ और बंद होते हैं, तो कई स्थानों पर अचानक ट्रैफिक जाम में सिग्नल बंद हो जाते हैं। शहर के मेडिकल चौराहे, टीबी वार्ड परिसर, धंतोली चौक, अलंकार टॉकीज चौक, सीए रोड परिसर में ऐसे सिग्नलों के बुरे हाल देखे जा सकते है। शहर में सिग्नलों की स्थिति को लेकर हाल ही में केन्द्रीय मंत्री नितीन गडकरी भी फटकार लगा चुके हैं, लेकिन मनपा के अधिकारियों की नींद नहीं खुल रही है। शहर में 158 में से अब भी 10 प्रमुख स्थानों के सिग्नल बंद होने की जानकारी अधिकारी खुद दे रहे हैं।

काम की कोई निगरानी नहीं

मनपा के विद्युत विभाग से शहर के सिग्नलों की देखभाल और दुरूस्ती को लेकर पूरी तरह से लापरवाही हो रही है। पिछले कई सालों से सिग्नलों की देखभाल की जिम्मेदारी निजी एजेंसी डेकोफर्न कन्स्ट्रक्शन कंपनी को दी गई है, लेकिन कंपनी के कामों को लेकर कोई भी निगरानी नहीं हो रही है। ऐसे में शहर में सिग्नलों की व्यवस्था भगवान भरोसे आ गई है। इस कंपनी काे प्रतिवर्ष 90 लाख रुपए का भुगतान होता रहा है। साल 2018 में तीन सालों के लिए जिम्मेदारी दी गई थी।

पिछले दो सालों से कंपनी को समयावधि को बढ़ाकर देखभाल की जिम्मेदारी दी गई थी। इस साल 7 दिसंबर को नए सिरे से अचानक रकम में बढ़ोतरी कर 1 करोड़ 1 लाख रुपए प्रतिवर्ष का अनुबंध किया गया है। कंपनी के कामों को लेकर यातायात पुलिस ने भी कई मर्तबा शिकायत की है, लेकिन मनपा के अधिकारी हेवीवेट नेता की कंपनी पर कोई भी लगाम कसने को तैयार नहीं है।

नए सिग्नल का प्रस्ताव : मनपा के विद्युत विभाग ने शहर में 4 स्थानों पर नए सिग्नल लगाने का प्रस्ताव बनाया है। इन स्थानों के लिए यातायात पुलिस विभाग से अनुशंसा मिली थी। इस आधार पर चिंचभवन चौक, स्वामी विवेकानंद स्मारक चौक, न्यू काटोल नाका और हिंगना नाका का समावेश है। चिंचभवन चौक, स्वामी विवेकानंद स्मारक चौक के लिए ठेका एजेंसी डेकोफर्न को कार्यादेश दिया गया है, जबकि न्यू काटोल नाका के लिए टेंडर प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। वहीं दूसरी ओर हिंगना नाका के लिए स्थल निरीक्षण की प्रक्रिया चल रही है।

18 करोड़ में से 5.24 करोड़ की अब भी बचत : महामेट्रो रेल ने अपने रूट पर सिग्नलों के खराब होने और बंद होने को लेकर दुरूस्ती खर्च वहन करने का आश्वासन दिया था। ऐसे में महामेट्रो की ओर से मनपा के विद्युत विभाग को 8 करोड़ रुपए जमा कराए थे। इसमें से अब भी मनपा के पास 1.37 करोड़ रुपए बचे हुए हैं। वहीं दूसरी ओर लोकनिर्माण विभाग अंतर्गत वर्ल्ड बैंक प्रोजेक्ट से भी 10 करोड़ रुपए जमा कराए गए थे। इसमें से भी मनपा के पास 3.87 करोड़ रुपए बकाया है। दोनों विभागों की निधि से शहर के बंद ट्रैफिक सिग्नलों को सुचारू करने का प्रयास करने का दावा मनपा अधिकारियों ने किया है।

इन स्थानों पर सिग्नल अब भी बंद

{कांग्रेसनगर टी प्वाइंट – जीर्णोद्धार कार्य होना है।

{10 नंबर पुलिया – केबल टूटा होने से बंद

{भरतनगर चौक – एनएचएआई के काम के चलते बंद

{गीतांजलि टॉकीज – स्मार्ट सिटी से केबल टूटे

{धारोड़कर चौक – मेट्रो के काम में केबल टूटे

{सदर चौक – कैन्टीलीवर की समस्या से सिग्नल बंद

{सुभेदार ले-आउट, गजानन टी प्वाइंट – ओसीडब्ल्यू ने केबल खराब कर दिया।

{प्रजापति नगर चौक – स्मार्ट सिटी के काम के चलते बंद

पूरे सिग्नलों की हो रही समीक्षा

राजेन्द्र राठौड़, प्रभारी कार्यकारी अभियंता, विद्युत विभाग, मनपा के मुताबिक शहर में कई स्थानों पर स्मार्ट सिग्नल सिस्टम को लगाया जा रहा है। कई स्थानों पर पुराने सिग्नलों के बेकल, कैंटीलीवर की समस्या हो रही है। ट्रैफिक पुलिस से शिकायत मिलने पर दुरूस्ती को लेकर प्रयास आरंभ किया जाएगा। शहर के सभी सिग्नलों की समीक्षा की जा रही है।


Created On :   9 Jan 2024 1:24 PM GMT

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