Nagpur News: पैसे निगल रहा ई-टॉयलेट, दरवाजा नहीं खुल रहा - स्मार्ट शौचालय पर सवाल, न सुविधा, न सफाई

पैसे निगल रहा ई-टॉयलेट, दरवाजा नहीं खुल रहा - स्मार्ट शौचालय पर सवाल, न सुविधा, न सफाई
  • ई-शौचालय सिर्फ नाम के स्मार्ट साबित हुए
  • ई-शौचालय पायलट प्रोजेक्ट अब असफलता की ओर बढ़ता नजर आ रहा है

Nagpur News. करोड़ों का बजट, बड़ी-बड़ी बातें और स्मार्ट सिटी का सपना, लेकिन हकीकत में नागपुर के ई-शौचालय सिर्फ नाम के "स्मार्ट’ साबित हुए। नागपुर स्मार्ट एंड सस्टेनेबल सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएसएससीडीसीएल) द्वारा शुरू किया गया ई-शौचालय पायलट प्रोजेक्ट अब असफलता की ओर बढ़ता नजर आ रहा है। रहाटे कॉलोनी चौक स्थित ई-शौचालय में जाने वाले नागरिक परेशान हो रहे हैं। सिक्का डालो, पैसा मशीन खा जाए और बदले में दरवाज़ा भी न खुले, ये कैसा स्मार्ट सिस्टम है? आसपास कूड़े का अंबार स्मार्ट सिटी के नाम पर एक बड़ा झूठ है।

तकनीक से लैस : यह ई-शौचालय तकनीक से लैस थे-सेंसर आधारित फ्लशिंग सिस्टम, स्वचालित दरवाजे, और यूवी रेज़ से खुद-ब-खुद सफाई की सुविधा से युक्त। पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग रंग की यूनिट्स बनाई गई थीं। लेकिन अब ये सुविधाएं सिर्फ दिखावे तक सीमित रह गई हैं।

आसपास कचरे का ढेर और बदबू

वास्तविकता यह है कि शौचालय के इस्तेमाल में आ रही दिक्कतों के कारण लोग शौचालय के पीछे और आसपास खुले में शौच करने को मजबूर हैं। इसके अलावा, आसपास कचरे का ढेर और बदबू से भी हालात बदतर हो चुके हैं। स्मार्ट सिटी के नाम पर शुरू किया गया यह आधुनिक प्रोजेक्ट अब शहर की छवि धूमिल कर रहा है।

वेंडर छोड़कर चला गया

डॉ. शील घुले, एनएसएससीडीसीएल जनरल मैनेजर के मुताबिक यह एक पायलट प्रोजेक्ट था, जिसमें 12 ई-शौचालय स्थापित किए गए थे। भविष्य में 100 ई-शौचालय लगाने की योजना थी, लेकिन फिलहाल वेंडर के प्रोजेक्ट से हट जाने के कारण कार्य रुक गया है। नए वेंडर की नियुक्ति में समय लगेगा।


Created On :   6 April 2025 7:15 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story