रोड़ा: पोल शिफ्टिंग के चलते महीनों से अधर में लटका 600 मीटर रास्ते का डामरीकरण कार्य

पोल शिफ्टिंग के चलते महीनों से अधर में लटका  600 मीटर रास्ते का डामरीकरण कार्य
  • एक दूसरे पर दिखा रहे अंगुली
  • कछुआ गति कार्य ने बढ़ाया सिरदर्द
  • ठेका एजेंसियों का कार्यदेश बढ़ाया

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महानगरपालिका की ओर से सी-20 आयोजन के लिए शहर की सबसे पुरानी सड़क दुरूस्ती का फैसला लिया गया था, लेकिन साल भर बीत जाने के बाद भी सड़क का डामरीकरण नहीं हो पाया है। इस मामले में बिजली के खंबों की शिफ्टिंग में देरी को लेकर अधिकारी सफाई दे रहे हैं, जबकि रास्ते की दुरूस्ती के प्रस्ताव के दौरान बिजली के खंबों की शिफ्टिंग को लेकर कोई भी प्रक्रिया नहीं की गई। ऐसे में रामनगर से शंकरनगर तक के 600 मीटर रास्ते का डामरीकरण अब भी अधर में लटका हुआ है। हालांकि अब अधिकारी इस रास्ते के काम को 15 दिनों के भीतर पूरा करने का दावा कर रहे हैं।

दावों पर प्रश्नचिन्ह लग रहा : शहर के सबसे पुराने सिमेंट रास्ते के डामरीकरण को लेकर पिछले साल भर से हाटमिक्स विभाग की गंभीरता पर प्रश्नचिन्ह लग रहे हैं। पिछले साल जनवरी में 600 मीटर रास्ते को डामरीकरण के लिए 2 करोड़ रुपए से जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन रास्ते पर मौजूद स्ट्रीट पोल औरा हाइवोल्टेज लाइन हटाने को लेकर कोई भी पहल नहीं की है। ऐसे में 14 माह बीत जाने के बाद भी शंकरनगर से रामनगर तक के रास्ते का डामरीकरण नहीं हो पाया है। इस मामले में ठेका एजेंसी को दो मर्तबा समयसीमा भी बढ़ाकर दी600 मीटर रास्ते का डामरीकरण गई। हाल ही में महावितरण कंपनी को 60 लाख रुपए से पोल और हाईवोल्टेज लाइन शिफ्टिंग का निर्देश दिया गया है। शहर में रास्तों की दुरूस्ती और सौदर्यीकरण को लेकर साल भर तक अधिकारियों की गहरी नींद से मनपा की विकास योजनाओं के दावों पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है।

क्या है मामला : शहर में 20 और 21 मार्च 2023 को सी-20 की बैठक होना था। इस लिहाज से शहर के प्रमुख रास्तों की दुरूस्ती और निर्माणकार्य को शामिल किया गया था। इन रास्तों में हाटमिक्स विभाग की ओर से शहर के सबसे पहले सीमेंट रास्ते के रूप में रामनगर से शंकरनगर तक 600 मीटर को डामरीकरण प्रस्तावित किया गया था। ठेका एजेंसी पीके कन्स्ट्रक्शन को 24 जनवरी 2023 को दो माह के भीतर काम को पूरा करने के लिए कार्यादेश दिया गया था, लेकिन रास्ते के स्ट्रीट पोल को लेकर कोई भी पहल नहीं हुई थी। इस रास्ते पर महावितरण की हाइवोल्टेज लाइन के साथ ही केबल भी मौजूद है। महावितरण कंपनी को पोल समेत लाइन शिफ्टिंग के लिए मनपा से कोई भी पहल नहीं हुई। ऐसे में सी-20 बैठक तक रास्ते का डामरीकरण नहीं हो पाया। अगस्त माह में हाटमिक्स प्लांट की ओर से महावितरण कंपनी के साथ संयुक्त सर्वेक्षण कर पोल और लाइन शिफ्टिंग को लेकर प्रयास आरंभ किया गया। कुछ दिनों पहले मनपा के विद्युत विभाग के माध्यम से 60 लाख रुपए की राशि को शिफ्टिंग के लिए महावितरण कंपनी को सौंपा गया है। इसके साथ ही ठेका एजेंसी के कार्यादेश में बढ़ोतरी कर 23 मार्च की समयावधि दी गई है।

पूरा करेंगे निर्माण कार्य :रामनगर से शंकरनगर के बीच के रास्ते पर स्ट्रीट पाेल के रहने से काम को आरंभ नहीं किया जा सका था। कुछ दिनों पहले महावितरण कंपनी के अधिकारियों के साथ संयुक्त सर्वेक्षण कर समस्या का निराकरण कर दिया गया है। अगले 15 दिनों में रास्ते के डामरीकरण को पूरा कर लिया जाएगा। ठेका एजेंसी को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं। अजय डहाके, कार्यकारी अभियंता, हाटमिक्स प्लांट, मनपा


Created On :   2 March 2024 12:59 PM GMT

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