मार्गदर्शन: महिला उत्पीड़न व बच्चों की सुरक्षा मामले में जागरूकता अत्यंत जरूरी

महिला उत्पीड़न व बच्चों की सुरक्षा मामले में जागरूकता अत्यंत जरूरी
  • पुलिस भवन में आयोजित विशेष कार्यक्रम में पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र सिंघल ने कहा-
  • पुलिस भवन में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया
  • महिला हित में कार्य करने वाली स्वयंसेवी संस्थाओं

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर में महिला उत्पीड़न व बच्चों की सुरक्षा को लेकर जागरूकता लाना बेहद जरूरी है। मानव तस्करी के भी मामले बढ रहे हैं, इनकी रोकथाम के लिए नागरिकों का सहयोग जरूरी है। सोशल मीडिया के छिपे खतरों से अपनों को कैसे बचाया जा सकता है, यह हम सभी को मिलकर तय करना है। यह आशय के विचार पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र सिंघल ने पुलिस भवन में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित विशेष कार्यक्रम में व्यक्त किए।

कार्यक्रम में महिला हित में कार्य करने वाली स्वयंसेवी संस्थाओं के कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया। शहर पुलिस व प्रकृति ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में पुलिस भवन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महिला व बालकों की सुरक्षा व सबलीकरण में योगदान के लिए शहर के पांच महाविद्यालयों के प्राचार्य व कुछ स्वयंसेवी नागरिकों का सत्कार किया गया। कार्यक्रम में सहपुलिस आयुक्त अस्वती दोरजे, अपर पुलिस आयुक्त संजय पाटील, अपर पुलिस आयुक्त प्रमोद कुमार शेवाले, डॉ. शिवाजी राठोड़ और प्रकृति संस्था के वासंती बेटगर मंच पर उपस्थित थे। कार्यक्रम में प्राचार्या डॉ. स्वाति धर्माधिकारी, प्राचार्या डॉ. प्रिया राऊत, प्राचार्या रूपा वर्मा, प्राचार्या डॉ. शारदा नायडू, व शिल्पा सरोड को पुरस्कृत किया गया।

इनका हुआ सम्मान _ कार्यक्रम में मीनाक्षी धडाडे, शाहनाज शेख, वैशाली चौरे, अलका उइके, छात्रा भाग्यश्री दुबे, दिव्या फुंडे, सिमरन यादव, भारती तिरबुड़े ने कुछ समय पहले एक व्यक्ति की जान बचाई थी, इसलिए इनका भी सत्कार किया गया। प्रकृति ट्रस्ट की ओर से बनाई गईं दो लघु फिल्म उपस्थितों को दिखाई गईं। कार्यक्रम में पुलिस उपायुक्त निमिश गोयल, बाल कल्याण समिति की छाया गुरव, महिला व बाल कल्याण विभाग की अपर्णा कोल्हे, डॉ. अनघा मोरे आदि उपस्थित थे। संचालन अासावरी देशपांडे व आभार प्रदर्शन उपायुक्त अश्विनी पाटील ने किया।


Created On :   13 March 2024 8:57 AM GMT

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