Nagpur News: कोरोना को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर , सरकारी मेडिकल व मेयो में जांच सुविधा

कोरोना को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर , सरकारी मेडिकल व मेयो में जांच सुविधा
  • मौसम की विषमता का असर सीधे स्वास्थ्य पर हो रहा
  • सर्दी, जुकाम के मरीज बढ़े , संक्रमण का खतरा बढ़ा

Nagpur News राज्य में कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए नागपुर महानगर पालिका ने सतर्कता बरतने का आह्वान किया है। नागरिकों से कोरोना से बचाव के लिए सुरक्षा नियमों का पालन करने की सलाह दी है। प्रशासन ने शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेडिकल) इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेयो) में कोरोना जांच व उपचार की सुविधा उपलब्ध करायी गई है। आवश्यकता होने पर स्वास्थ्य विभाग से जुड़े विविध केंद्रों में जांच शुरुआत की जाएगी।

मौसम की विषमता का असर : मई के महीने में भीषण गर्मी की बजाय बारिश हो रही है। मौसम की विषमता का असर सीधे स्वास्थ्य पर हो रहा है। इन दिनों सर्दी, जुकाम के मरीज बढ़े हैं। संक्रमण से बीमारियों का खतरा बढ़ा है। राज्य के कुछ शहरों में कोरोना का खतरा बढ़ गया है। इसके मद्देनजर स्थानीय प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ चुका है। हालांकि शहर में अब तक कोई भी गंभीर मरीज नहीं मिला है। लेकिन प्रशासन ने मेडिकल, मेयो सहित अन्य सरकारी अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा है।

5 मरीज स्वस्थ, 3 हाेम आइसोलेट : राज्य के अन्य शहरों में कोरोना का नया वेरिएंट एन-7 तेजी से फैल रहा है। नागपुर जिले में स्थिति सामान्य बनी हुई है। मनपा के स्वास्थ्य विभाग में मई मेंसर्दी, जुकाम के मरीज बढ़े9 मरीज दर्ज किये गये हैं। इनमें 5 मरीज ठीक हो गये। जबकि 4 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। उनका उपचार शुरु है। उनकी हालत सामान्य बताई गई है। डाक्टरों की माने तो इस समय मौसम की विषमता स्वास्थ्य पर असर करने से कोरोना के लक्षण पाए जा सकते है। लेकिन संक्रमण का खतरा बना है।

मेयो-मेडिकल में आपात तैयारी : सर्दी, जुकाम होने पर विशेषज डाक्टरों से जांच व उपचार करने की सलाह दी गई है। सर्वाधिक खतरा बुजुर्गों व बच्चों को बताया गया है। मेडिकल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अविनाश गावंडे ने ने बताया कि मेडिकल में आपात स्थिति के लिए एक वार्ड आरक्षित है। मेयो के अधिष्ठाता डॉ. रवि चव्हाण ने बताया कि मेयो में भी सभी तैयारी से एक 10 बिस्तर का वार्ड तैयार है। अब तक कोई मरीज भर्ती की स्थिति में नहीं पाया गया है। भविष्य में ऐसी नौबत आयी तो पृथक वार्ड तैयार किया जाएगा। दवाओं समेत सभी जरुरी सुविधाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।

सर्दी-खांसी को न करे नजरअंदाज : मनपा ने बुखार गले में खराश, सर्दी-खांसी, बुखार आदि लक्षणों को नजरअंदाज न करने की सलाह दी है। यदि ये लक्षण 48 घंटे से अधिक समय तक बने रहते हैं, तो कोविड-19 परीक्षण कराने की सलाह दी गई है। विशेष रूप से बुजुर्गों और मधुमेह, उच्च रक्तचाप या हृदय रोग जैसी पुरानी बीमारियों से ग्रसित लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है। राज्य में महाराष्ट्र में 30 मई तक कुल 681 मामले दर्ज किए गए हैं। मुंबई में सर्वाधिक 411 मामले दर्ज हुए हैं। इसके बाद पुणे का स्थान है। राज्य में वर्तमान में 467 सक्रिय मामले हैं। जबकि 207 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं और 7 मौतें दर्ज की गई हैं। जिनमें अधिकांश मरीजों को पुरानी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं थीं।

नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील : मनपा प्रशासन ने नागरिकों से घबराने की बजाय सतर्क रहने, मास्क पहनने, हाथ धोने और सामाजिक दूरी बनाए रखने जैसे बुनियादी सुरक्षा नियमों का पालन करने की अपील की है। यदि कोई व्यक्ति कोविड-19 के लक्षण महसूस करता है, तो उसे तुरंत निकटतम अस्पताल में जाकर जांच व उपचार करवाना चाहि। नागपुर में कोराेना की स्थिति नियंत्रण में है। सतर्कता और सावधानी बरतना आवश्यक है ताकि संक्रमण फैलने से रोका

Created On :   31 May 2025 5:56 PM IST

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