- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- बच्ची के अपहरण की गलत सूचना से दो...
Nagpur News: बच्ची के अपहरण की गलत सूचना से दो राज्यों की पुलिस परेशान

- महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर कार का पीछा
- सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हुई खबर
Nagpur News एक बच्ची के अपहरण की गलत सूचना से शहर पुलिस विभाग में हड़कंप मचा रहा। घटना 13 मई की है। छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ से एक निजी वाहन में नागपुर वापस लौट रही महिला के बारे में गलतफहमी हुई। रिश्तेदारों ने गलती से मान लिया कि उसकी पांच वर्षीय बेटी का अपहरण कर लिया गया है, लेकिन बाद में बच्ची को उसकी नानी के घर पर सुरक्षित मिली।
पूरा मामला यह : पुलिस सूत्रों के अनुसार, दोपहर करीब 1 बजे छत्तीसगढ़ के अधिकारियों ने नागपुर पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी कि डोंगरगढ़ से पांच साल की बच्ची का कथित तौर पर अपहरण कर लिया गया है। खबर सोशल मीडिया पर भी वायरल हुई। नागपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक डॉ. हर्ष पोद्दार ने अपनी टीम को अलर्ट किया। खबर मिली कि उस बच्ची को सीजी-04 रजिस्ट्रेशन वाली एक सफेद कार में ले जाया जा रहा है। यह भी बताया गया कि उक्त वाहन देवरी के पास महाराष्ट्र की सीमा पर पुलिस बैरिकेड्स को टक्कर मार कर भंडारा के रास्ते नागपुर की ओर निकली है। पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र कुमार सिंगल ने शहर पुलिस विभाग को अलर्ट किया। गोंदिया, भंडारा और नागपुर में हाईवे पुलिस टीम ने चेक पॉइंट तैयार किया और सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू की गई।
नागपुर में कार को रोका : सहायक पुलिस आयुक्त नरेंद्र हिवरे को सूचना मिल चुकी थी कि वह कार नंदनवन और सक्करदरा क्षेत्र में प्रवेश कर चुकी है। वाहन को रोककर सक्करदरा पुलिस थाने लाया गया। कार में एक पुरुष और 31 वर्षीय महिला सवार थी। महिला ने बताया कि वह एक महीने पहले पति को छोड़कर अपनी दो बेटियों के साथ डोंगरगढ़ स्थित मायके गई थी। वहां माता-पिता के साथ भी तनावपूर्ण संबंधों के कारण चुपके से नागपुर में एक दोस्त से संपर्क कर नागपुर आ गई। वह 13 मई की दोपहर को घर पर किसी को बताए बिना डोंगरगढ़ से निकली थी। रिश्तेदारों ने उसे कार में जाते देखा तो उन्हें संदेह हुआ। उन्होंने वाहन का पीछा किया। कथित अपहरण की सूचना मिलने पर दोनों राज्यों की पुलिस को सतर्क किया गया।
ननिहाल में सुरक्षित थीं बेटियां : महिला ने खुलासा किया कि दोनों बच्चे डोंगरगढ़ में अपने ननिहाल में सुरक्षित हैं। हिवरे ने डोंगरगढ़ के पुलिस निरीक्षक जितेंद्र वर्मा से संपर्क किया, जिन्होंने पुष्टि की कि कोई अपहरण नहीं हुआ था। स्थानीय पुलिस ने भी पुष्टि की कि दोनों लड़कियां वास्तव में सुरक्षित हैं। भ्रम दूर होने के बाद, महिला को नागपुर में उसके रिश्तेदारों को सौंप दिया गया। सहायक पुलिस आयुक्त नरेंद्र हिवरे के नेतृत्व में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक मुकुंद ठाकरे, उपनिरीक्षक प्रवीण वाकले और उनकी टीम ने कार्रवाई में सहयोग किया।
Created On :   15 May 2025 11:58 AM IST