Nagpur News: सुंदरता पर लग रहा ग्रहण, कभी म्यूजिकल फाउंटेन के लिए प्रसिद्ध था, अब हाल खराब

सुंदरता पर लग रहा ग्रहण, कभी म्यूजिकल फाउंटेन के लिए प्रसिद्ध था, अब हाल खराब
  • बदहाल स्थिति में पहुंच चुका है पार्क
  • सुंदरता पर लग रहा ग्रहण

Nagpur News. शहर का लोकप्रिय पर्यटन स्थल फुटाला तालाब, जो कभी म्यूजिकल फाउंटेन शो के लिए देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को आकर्षित करता था, आज बदहाल स्थिति में पहुंच चुका है। शहर के हृदयस्थल में स्थित यह तालाब अब गंदगी, दुर्गंध और प्रशासन की उपेक्षा का प्रतीक बनकर रह गया है।

पर्यावरण को नुकसान : जहां पहले शाम के समय परिवार, युवा और वरिष्ठ नागरिक यहां प्राकृतिक सौंदर्य और शांत वातावरण का आनंद लेने आते थे, अब वहां कूड़ा-कचरा, प्लास्टिक, और सड़ता हुआ निर्माल्य देखने को मिलता है। तालाब के किनारों पर जमा हुआ कचरा न सिर्फ पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है, बल्कि इससे फैलती दुर्गंध ने यहां टहलने आने वालों का जीना दूभर कर दिया है।

निर्माल्य भी जिम्मेदार : त्योहारों और धार्मिक अवसरों पर श्रद्धालुओं द्वारा भगवान की मूर्तियां इस तालाब में विसर्जित की जाती हैं। मूर्तियों के साथ डाले जाने वाले निर्माल्य (फूल, वस्त्र, धूप आदि) तालाब के किनारों पर सड़ते हुए साफ देखे जा सकते हैं। ये तत्व न केवल जल को प्रदूषित करते हैं बल्कि यह दृश्य नगर निगम और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े करता है।

कचरे के डिब्बे गायब, बचा सिर्फ ढांचा : फुटाला परिसर में एक समय मनपा द्वारा लगाए गए कचरे के डिब्बे आज सिर्फ ढांचे के रूप में बचे हैं। कचरा फेंकने के लिए कोई उपयुक्त साधन न होने के कारण, लोग कचरा इधर-उधर ही फेंक देते हैं, जिससे पूरा परिसर गंदगी से पटा पड़ा है।

आवारा मवेशी खा रहे कचरा : जो कुछ प्लास्टिक डिब्बे शेष बचे हैं, वे पूरी तरह भर चुके हैं और उनके आसपास भी कूड़े का अंबार लगा है। जहां पर आवारा मवेशी कचरा खाते हुए देखे जा सकते हैं, जिससे न केवल पर्यावरणीय संकट बढ़ रहा है बल्कि इन जानवरों के स्वास्थ्य पर भी खतरा मंडरा रहा है।

पर्यटकों के बैठने की जगह भी बदहाल

नागरिकों के बैठने के लिए जो बेंच और ओपन स्पेस बनाए गए थे, उनके आसपास भी कूड़े के ढेर पड़े हुए हैं, जिससे बैठना दूभर हो गया है। जगह-जगह बिखरे प्लास्टिक, गिलास, खाली बोतलें, खाने के पैकेट और अन्य अपशिष्ट परिसर की सुंदरता को ग्रहण लगा रहे हैं।

सुरक्षा दीवार पर उगे पेड़, अनदेखी की मिसाल : तालाब के किनारे बनाई गई सुरक्षा दीवार पर भी जंगल की तरह पेड़ उग आए हैं, जिन्हें न तो काटा गया है, न ही उनकी सफाई की गई है। यह दीवार धीरे-धीरे कमजोर होती जा रही है, जिससे भविष्य में हादसे की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

Created On :   5 May 2025 7:26 PM IST

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