- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- एक मंच पर होगी संगीत, साहित्य और...
Nagpur News: एक मंच पर होगी संगीत, साहित्य और संस्कृति , 30 को विशेष कार्यक्रम

- नागपुर के दमक्षेसांकें में आयोजन
- फेसबुक पेज से जुड़ सकेंगे संगीत प्रेमी
Nagpur News नागपुर में संगीत साहित्य व संस्कृति एक मंच पर होगी। इस मंच से भारतीय लोक संगीत की साहित्यिक परंपराओं, सांस्कृतिक संदर्भों और संरक्षण की जरूरतों पर विशेष चर्चा होगी। केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय अंतर्गत नागपुर के दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र द्वारा 30 जुलाई को सुबह 11 बजे ‘भारतीय संगीत का साहित्य (लोक संगीत के संदर्भ में)’ संगोष्ठी का आयोजन किया गया है। यह आयोजन फेसबुक के माध्यम से ऑनलाइन प्रसारित किया जाएगा। देशभर के संगीतप्रेमी व शोधार्थी कार्यक्रम से दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के फेसबुक पेज से जुड़ सकते हैं। इस संगोष्ठी में देश के दो जाने-माने लोक कलाकार राकेश तिवारी रायपुर और संजय महाजन बड़वाह बतौर मुख्य वक्ता के रुप में भाग लेंगे। दोनों कलाकार भारतीय लोक संगीत के गहरे जानकार और वर्षों से लोक कलाओं के संवर्धन में योगदान दे रहे हैं।
देश के दो अनुभवी कलाकार होंगे प्रमुख वक्ता : राकेश तिवारी छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध लोकगायक, लेखक एवं रंगमंच निर्देशक हैं, जिन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। चार दशकों से लोककला के क्षेत्र में सक्रिय तिवारी ने पारंपरिक प्रस्तुतियों के साथ सैकड़ों मंच और टेलीफिल्मों में भाग लिया है। वे लोक संगीत की साहित्यिक और सांस्कृतिक गहराई को मंचों के माध्यम से सामने लाने के लिए पहचाने जाते हैं। संजय महाजन मध्यप्रदेश के बड़वाह स्थित नटेश्वर नृत्य संस्थान के निदेशक हैं। वे 18 वर्षों से कथक और लोकनृत्य के प्रशिक्षण में संलग्न हैं। और ‘कृष्णलीला’, ‘जय जय मध्यप्रदेश’ जैसी लोकप्रिय नृत्य-नाटिकाओं के निर्देशक रहे हैं। उन्हें विक्रमादित्य अलंकरण सहित कई पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। वे निमाड़ के पारंपरिक गणगौर नृत्य को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पहचान दिलाने में अग्रणी रहे हैं।
कलाप्रेमियों के लिए महत्वपूर्ण अवसर : कार्यक्रम में भारतीय लोक संगीत की साहित्यिक परंपराओं, सांस्कृतिक संदर्भों और संरक्षण की जरूरतों पर विशेष चर्चा होगी। यह संगोष्ठी संगीत प्रेमियों, शोधकर्ताओं एवं कलाप्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण और ज्ञानवर्धक अवसर है। केंद्र ने कला-संस्कृति प्रेमियों से इस आयोजन में बड़ी संख्या में जुड़ने का आह्वान किया है। से जुड़ा हर व्यक्ति इस फेसबुक लाइव संगोष्ठी से जुड़े और अधिकतम लाभ उठाए। साथ ही उन्होंने फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पेज को फॉलो करने का आग्रह भी किया है ताकि भविष्य के सभी कार्यक्रमों की जानकारी समय पर मिलती रहे।
Created On :   28 Jun 2025 6:06 PM IST