Nagpur News: गैंगस्टर राजा गौस व साथी को किया गिरफ्तार, अपहरण का मामला

गैंगस्टर राजा गौस व साथी को किया गिरफ्तार, अपहरण का मामला
  • ज्यादातर मामले फीस चुकाने में विलंब से जुड़े हैं
  • शिक्षा विभाग को भेजना अनिवार्य

Nagpur News अनाज की कालाबाजारी में लिप्त अपने ही साझेदार का अपहरण कर उसी के गोदाम में बंधक बनाकर जान से मारने का प्रयास करने और फिरौती मांगने का मामला सामने आया है। इस मामले में गिरोह के सरगना व कुख्यात अपराधी राजा गौस और अनाज माफिया सलीम खान को गिरफ्तार किया गया है। फरार 7 अारोपियों की तलाश क्राइम ब्रांच और वाठोड़ा थाने की पुलिस कर रही है। गैंग पर मामला दर्ज होते ही दो घंटे के भीतर क्राइम ब्रांच की यूनिट 4 के दस्ते ने दोनों आरोपियों को धर-दबोचा। नागरिकों से अपील की गई है कि राजा गौस या उसके गिरोह के किसी भी सदस्य द्वारा प्रताड़ित व्यक्ति अपने करीबी पुलिस थाने में बेखौफ होकर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। शिकायत करने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा। पुलिस ने दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें 26 मई तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।

दर्जनभर मामले दर्ज : राजा गौस पर दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं, जिसमें पुलिस पर फायरिंग करने, हत्या, हत्या के प्रयास, फिरौती मांगने, अपहरण करने, जान से मारने की धमकी देने, मकोका, नागपुर सेंट्रल जेल ब्रेकिंग सहित अन्य कई प्रकरण दर्ज हैं। करीब एक वर्ष पहले ही राजा नागपुर की सेंट्रल जेल से बाहर आया। बाहर आने के बाद अनाज की कालाबाजारी करने वालों के साथ साझेदारी में काम शुरू किया था। यह यशोधरा नगर थानांतर्गत भिलगांव में किराए के कमरे में रहता था। जेल में करीब 10 साल गुजारने के बाद भी उसकी आदतों में कोई सुधार नहीं आया है।

मुंह में डाला गया मल-मूत्र : पुलिस के अनुसार आरिफ नाम के व्यक्ति का गत 18 मई को राजा गौस ने अपनी गैंग के साथ मिलकर अपहरण किया। आरिफ और राजा गौस के बीच अनाज की कालाबाजारी में साझेदारी शुरू हो गई थी। आरिफ से पहले भी उसने किसी अन्य के साथ यह काम शुरू किया था। आरिफ का अपहरण करने के बाद उसे उसके नंदनवन स्थित अनाज के ही गोदाम में बंधक बनाकर बुरी तरह पिटाई की गई। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि राजा गौस, सलीम खान व अन्य 7 आरोपियों ने उसकी हत्या का प्रयास किया, उसके मुंह में मल-मूत्र भी डाला। यहां तक कि आरिफ के मुंह में पेंचिस डालकर उसके दांतों को बाहर खींचने का प्रयास किया गया। जब आरिफ ने आरोपियों द्वारा मांगी गई 7 लाख रुपए की फिरौती देने की बात कबूली तब उसकी जान को बख्शा गया, साथ ही आरिफ ने अपने मित्र इस्माइल को उनके सामने लाकर खड़ा करने की बात की तब उसे छोड़ा गया।

दो दिन बाद हिम्मत जुटाई : आरोपियों ने आरिफ की आंखों पर पट्टी बांधकर उसे दूसरी जगह पर भी ले जाकर यातनाएं दी। अंत में जब उसने आरोपियों की हर बात को माना तब उसकी आंखों पर पट्टी बांधकर उसे जहां से उठाकर ले गए थे, वहीं पर लाकर छोड़ दिया। आरिफ दहशत में दो दिनों तक घर में कमरे में खुद को बंद रखा। आरोपियों ने धमकी दी थी कि पुलिस के पास गया, तो पूरे परिवार को जान से मार देंगे। अंत में हिम्मत जुटाकर आरिफ ने वाठोड़ा थाने में जाकर शिकायत की।

पुलिस की भूमिका : सलीम खान शहर भर से अनाज की कालाबाजारी में लिप्त आरोपियों से सारा माल खरीदता था। वह होलसेलर बन गया था। सलीम खान द्वारा कालाबाजारी में लिप्त होने के बाद भी आज तक उसके खिलाफ न तो संबंधित थाने की पुलिस ने कोई कार्रवाई की और न ही राशन विभाग की ओर से कभी कोई पहल हुई है। नागपुर में अनाज की कालाबाजारी में मोनू, सोनू का नाम भी चर्चा में रहा है। नागपुर में अनाज की कालाबाजारी में जावेद, अंकित, जैन, तनवीर, राहुल, तिरुपति, गिट्टीखदान का गुप्ता, जैन सहित अन्य कई नाम इन दिनों चर्चा में हैं।


Created On :   22 May 2025 12:58 PM IST

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