- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- जंगल में 5 माह में 296 आग की...
Nagpur News: जंगल में 5 माह में 296 आग की घटनाएं, 777 हेक्टेयर जलकर खाक

- वाइल्ड लाइफ से ज्यादा प्रादेशिक एरिया हो रहा प्रभावित
- पेंच का जंगल 700 स्क्वेयर किमी से ज्यादा क्षेत्र में फैला
Nagpur News कई उपाययोजनाएं वन प्रकृति के सामने बेबस नजर आ रही हैं। जनवरी से अब तक नागपुर के जंगलों में 296 बार आग लगी और 777 हेक्टेयर जंगल खाक हो चुका है। इसमें नागपुर जिले के प्रादेशिक व पेंच व्याघ्र प्रकल्प के जंगल शामिल हैं। पेंच का जंगल 700 स्क्वेयर किमी से ज्यादा क्षेत्र में फैला है। प्रादेशिक में भी इसका क्षेत्र अच्छा खासा फैला है। गर्मी में जंगल आग लगने की घटनाएं होती हैं। आग की घटना न हो इसलिए कई उपाययोजनाएं की जाती हैं। बावजूद आग से जंगल को बचाना वन विभाग के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।
वेस्ट पेंच में ज्यादा नुकसान : पेंच व्याघ्र प्रकल्प के जंगल में 1 जनवरी से 1 मई तक कुल 20 घटनाएं हुईं, जिससे 129 हेक्टेयर जंगल जलकर खाक हो गया। इसमें पवनी में 3 घटना, वेस्ट पेंच घाटपेंडरी 5, नागलवाड़ी 5, कुही 1, पवनी-4, उमरेड में 2 आग की घटनाएं हुईं। सबसे ज्यादा नुकसान वेस्ट पेंच में हुआ है, जहां कुल 88 हेक्टेयर से ज्यादा एरिया जलकर खाक हो गया है।
प्रादेशिक में लगी ज्यादा आग : वाइल्ड लाइफ से ज्यादा प्रादेशिक एरिया में आग लग रही है। कुल 276 घटनाएं हुई हैं, जिसमें 648 हेक्टेयर जंगल जलकर खाक हो गया। यह आंकड़े गत तीन माह के हैं। सबसे ज्यादा आग अप्रैल माह में लगी। पवनी में कुल 18 बार आग लगने से 27 हेक्टेयर से ज्यादा जंगल जल गया। नॉर्थ उमरेड में 40 घटनाएं हुई हैं, जिसमें 77 हेक्टेयर से ज्यादा, कोंढाली में 31 घटनाएं, जिसमें 104 हेक्टेयर जंगल, बुटीबोरी में 19 घटनाओं में 52 हेक्टेयर से ज्यादा, रामटेक में 10 से ज्यादा घटनाओं में 21 हेक्टेयर से ज्यादा, काटोल में 27 घटनाओं में 54 हेक्टेयर, खापा में 14 घटनाओं में 59 हेक्टेयर जंगल, देवलापार में 15 घटनाओं में 58 हेक्टेयर से ज्यादा, साउथ उमरेड में 64 घटनाओं में 121 हेक्टेयर जंगल, कलमेश्वर में 13 घटनाओं में 18 हेक्टेयर, नरखेड़ में 17 घटनाओं में 37 हेक्टेयर, हिंगना में 5 घटनाओं में 14 हेक्टेयर से ज्यादा, इस प्रकार कुल 276 घटनाओं में 648 हेक्टर जंगल जलकर खाक हुआ है।
Created On :   21 May 2025 2:05 PM IST