Nagpur News: नागपुर यूनिवर्सिटी को मिलेगी 6 करोड़ की अनुसंधान निधि

नागपुर यूनिवर्सिटी को मिलेगी 6 करोड़ की अनुसंधान निधि

    Nagpur News राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय को प्रगत राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन-प्रगत आंतर विद्या शाखीय भागीदारी अनुसंधान (एएनआरएफ-पेयर) कार्यक्रम के तहत 6 करोड़ रुपए से अधिक की अनुसंधान निधि मंजूर हुई है। विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ता इस परियोजना के तहत आईआईटी इंदौर के सहयोग से विभिन्न अनुसंधान कार्य करेंगे। 6 करोड़ रुपए की अनुसंधान निधि मंजूर होने पर प्रभारी कुलगुरु डॉ. माधवी खोडे चवरे ने सभाकक्ष में विवि के अनुसंधानकर्ताओं का सम्मान किया।

    बड़ी उपलब्धि हासिल की : इस अवसर पर प्रभारी प्र-कुलगुरु डॉ. सुभाष कोंडावार, कुलसचिव डॉ. राजू हिवसे, प्रभारी आईआईएल निदेशक डॉ. निशिकांत राऊत, आईक्यूएसी निदेशक डॉ. स्मिता आचार्य, परियोजना समन्वयक डॉ. दादासाहेब कोकरे, डॉ. रीता वडेतवार, डॉ. वीणा बेलगमवार, डॉ. रुपेश बडेरे, डॉ. विजय तांगडे, डॉ. उमेश पलिकुंडवार, डॉ. प्रकाश ईटनकर, डॉ. प्रवीण जुगादे, डॉ. दयानंद गोगले, डॉ. प्रमोद सालवे, और डॉ. राजेश उगले उपस्थित थे। एएनआरएफ-पेयर कार्यक्रम के तहत अनुसंधान परियोजनाए प्राप्त कर नागपुर विश्वविद्यालय ने अनुसंधान क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। विवि ने यह अनुसंधान निधि इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) इंदौर के सहयोग से प्राप्त की है। केंद्र सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा शुरू किए गए एएनआरएफ-पेयर कार्यक्रम के तहत यह अनुसंधान निधि प्राप्त हुई है। विवि इस कार्यक्रम के तहत स्पोक संस्था के रूप में कार्य कर रहा है।

    10 परियोजनाओं का चयन : इस कार्यक्रम के तहत औषध निर्माण शास्त्र विभाग, भौतिक शास्त्र विभाग, रसायन शास्त्र विभाग, वनस्पति शास्त्र विभाग, और मॉलिक्यूलर बायोलॉजी एंड जेनेटिक इंजीनियरिंग विभागों की 10 अनुसंधान परियोजनाओं का चयन किया गया है। आधुनिक सामग्री निर्माण, सतत पर्यावरण विकास, और ऊर्जा प्रौद्योगिकी जैसे विषयों पर अनुसंधान के लिए यह निधि प्राप्त हुई है। पर्यावरण और सामाजिक समस्याओं को ध्यान में रखते हुए, आंतर विद्या शाखीय सहयोग के माध्यम से उनके समाधान खोजने का इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य है।


    Created On :   24 April 2025 2:07 PM IST

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