Nagpur News: ऑनलाइन गेमिंग से बर्बाद हो रहे युवा , साइबर पुलिस ने बंद कराई 150 फर्जी वेबसाइट

ऑनलाइन गेमिंग से बर्बाद हो रहे युवा , साइबर पुलिस ने बंद कराई 150 फर्जी वेबसाइट
  • फिल्म सेलिब्रिटी और क्रिकेटर्स होते हैं ब्रांड एबेंसडर
  • बदनामी के डर से शिकायत करने नहीं जाते थाने

Nagpur News अभय यादव . एक दौर था जब युवा क्रिकेट सट्टे पर दांव लगाते थे, अब कई ऑनलाइन गेमिंग साइट शुरू की गई हैं, जिसमें कई फर्जी ऑनलाइन गेमिंग साइट चलाई जा रही हैं, जिनकी मकड़जाल में फंस कर युवा आर्थिक रूप से बर्बाद हो रहे हैं, लेकिन बदनामी के डर से कोई भी सामने आने को तैयार नहीं है। इन दिनों लोटस 365 नाम की ऑनलाइन गेमिंग साइड के नाम से कई फर्जी साइड शुरू की गई हैं। पुलिस का दावा है कि गत 3 माह में 150 से अधिक फर्जी ऑनलाइन गेमिंग की साइट्स बंद कराई हंै, जिसमें लोटस 365 नाम से चल रही फर्जी साइट का भी समावेश है। इन साइट्स के चक्कर में नागपुर के सैकड़ों युवा गेम खेलकर हजारों रुपए बर्बाद कर चुके हैं। खेल में जीतने वालों को साइट ने कोई पैसे वापस नहीं किए। बदनामी के डर से युवा थाने में शिकायत करने भी नहीं जाते हैं। लोटस 365 नाम की गेमिंग ऑनलाइन साइट के बारे में शहर के साइबर पुलिस के पास भी शिकायतें पहुंची हैं।

गूगल को पत्र भेजा है : साइबर पुलिस थाने के पुलिस निरीक्षक बलिराम सुतार ने बताया कि उन्होंने इस नाम से चल रही 20 से अधिक फर्जी साइटों को बंद कराने के लिए गूगल को पत्र भेजा है। अभी तक कई फर्जी साइट बंद नहीं हुई हैं, जिसके चलते कई युवा अभी भी ऑनलाइन गेम खेलकर रुपए और भविष्य को बर्बाद कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार लोटस 365 नाम की ऑनलाइन गेमिंग साइट दुबई में शुरू की गई थी। अब इस नाम से इतनी फर्जी साइटें शुरू कर दी गई हैं कि इसे शुरू करने वाले को खुद पता नहीं है कि उनकी साइट के नाम से ऑनलाइन कितनी साइट शुरू की गई हैं। ऑनलाइन गेमिंग साइट शुरू करने वालों के तार दुबई से लेकर जयपुर और जयपुर से लेकर दिल्ली और बिहार तक जुड़ चुके हैं।

करोड़ों का खेल : पुलिस को पता चला है कि एक मैच खेलने के लिए 39 रुपए जमा करना पड़ता है। असली और नकली ऑनलाइन गेमिंग साइट्स की पहचान करना मुश्किल हो गया है। आजकल ऑनलाइन गेमिंग साइट्स वालों ने कई फिल्म सेलिब्रिटी, क्रिकेटर्स को ब्रांड एबेंसडर बना रखा है, जिससे गेमिंग पर पैसे लगाने वालों को खुद ही पता नहीं होता है कि असली साइट कौन सी है और नकली कौन सी है। इस ऑनलाइन गेमिंग के अवैध कारोबार में करोड़ों-अरबों रुपए का खेल हो रहा है।

एक करोड़ से अधिक उपयोगकर्ता : सूत्रों के अनुसार शहर की साइबर पुलिस को खुद नहीं पता है कि ऑनलाइन की कितनी फर्जी ऑनलाइन गेमिंग साइट्स खुली हंै। लोटस 365 के संचालक, ग्राहकों से पैसे तो जमा करा लेता है, लेकिन ग्राहक जीत गया, तो उसके पैसे वापस नहीं करते हैं। इस साइट के एक करोड़ से अधिक उपयोगकर्ता हैं। नागपुर में मैंगो, ऑरेंज, राधे, गोल्डन, स्काय टेक, लकी बुक, लोटस, लोटस 365, लोटस गेम, डायमंड, जी. बी. एक्सचेंज, महादेव एक्सचेंज डॉट कॉम, रेड्डी बुक क्लब सहित अन्य कई ऑनलाइन गेमिंग शुरू हैं। इनके नाम पर भी कई फर्जी साइट शुरू की गई हैं।

शिकायत पर की गई कार्रवाई : शहर में साइबर पुलिस को ऑनलाइन गेमिंग साइट के बारे में अक्सर शिकायतें मिलते रहती हैं। जैसे-जैसे शिकायतें मिलती हैं, वैसे-वैसे फर्जी ऑनलाइन गेमिंग साइट को बंद कराने का काम साइबर पुलिस करती रहती है। गत 4 माह में 150 से अधिक फ्राड ऑनलाइन गेमिंग साइड को पुलिस बंद करा चुकी है। बलिराम सुतार, पुलिस निरीक्षक, साइबर पुलिस थाना, नागपुर शहर


Created On :   23 May 2025 11:06 AM IST

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