Nagpur News: सावधान! 10 मई से नकद ही मिलेगा पेट्रोल - पंप संचालकों के खाते हो रहे हैं फ्रीज

सावधान! 10 मई से नकद ही मिलेगा पेट्रोल - पंप संचालकों के खाते हो रहे हैं फ्रीज
  • जिले में 250 से ज्यादा हैं सरकारी कंपनियों के पेट्रोल पंप
  • साइबर फ्रॉड बढ़ता जा रहा है
  • पंप संचालकों के 1 करोड़ से ज्यादा अटके

Nagpur News. डिजिटल इंडिया के दौर में बड़ी संख्या में नागरिक अब ऑनलाइन पेमेंट पर निर्भर हैं। अगर आप भी ऐसा करते हों, तो सावधान। 10 मई से आपको पेट्रोल लेना मुश्किल हो सकता है। नागपुर जिले के पेट्रोल पंपों में डिजिटल पेमेंट नहीं लिया जाएगा। आप फोन-पे, पेटीएम, गूगल-पे, क्रेडिट या डेबिट कार्ड से पेमेंट नहीं कर सकेंगे। दरअसल, नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल के निर्देश पर बैंकों द्वारा पेट्रोल पंप संचालकों के खाते ‘लीन’ और ‘फ्रीज’ किए जा रहे हैं। इसके विरोध स्वरूप विदर्भ पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने यह निर्णय लिया है।

साइबर फ्रॉड बढ़ता जा रहा है

फैमफेडा के अध्यक्ष अमित गुप्ता ने शनिवार को पत्र परिषद में बताया कि कोविड के बाद से देश भर में डिजिटल माध्यम से आर्थिक व्यवहार बढ़ गया है। इसके साथ ही साइबर फ्रॉड भी बढ़ता जा रहा है। अलग-अलग तरीके से आम जनता के साथ फ्रॉड हो रहा है। साइबर फ्रॉड को रोकने के लिए सरकार ने खातों को ‘सीज’ करने के आदेश दिए हैं। बैंकों द्वारा कई खाते ‘फ्रीज’ किए गए हैं। शहर में 30 से ज्यादा पंप संचालकों के खाते ‘लीन’ किए गए हैं और 2-3 पंप संचालकों के खाते ‘फ्रीज’ किए गए हैं। खाते ‘लीन’ किए जाने के बाद खाताधारक के खाते में एक निश्चित अमाउंट विड्राल नहीं किया जा सकता। खाता ‘फ्रीज’ करने की अवस्था में खाते से पैसे निकाले नहीं जा सकते, लेकिन जमा किए जा सकते हैं।

पंप संचालकों के 1 करोड़ से ज्यादा अटके

अमित गुप्ता ने बताया कि खाता ‘फ्रीज’ और ‘लीन’ किए जाने से शहर के पंप संचालकों के करोड़ों रुपए बैंकों में अटक गए हैं। कुछ पंप संचालकों ने अपने खातों को वापस शुरू करवा लिया है, लेकिन यदि ऐसे ही खाते ‘फ्रीज’ और ‘लीन’ होते रहे तो हम काम नहीं कर पाएंगे। सरकार काे इस मामले में उचित कदम उठाने की आवश्यकता है। जिस प्रकार अमेजन, फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों को इससे बाहर रखा गया है, उसी प्रकार पेट्रोल पंप संचालकों को भी छूट मिलनी चाहिए।

राज्य भर के पेट्रोल पंपों पर होगा अमल

अमित गुप्ता ने चेतावनी दी है कि सरकार यदि जल्द इस मामले में उचित कदम नहीं उठाती है तो राज्यभर के पेट्रोल पंप पर डिजिटल पेमेंट स्वीकार नहीं किए जाएंगे।

अन्य व्यापारी भी आए चपेट में

कैमिट के अध्यक्ष दीपेन अग्रवाल ने बताया कि इस मामले में पंप संचालकों के साथ ही अन्य व्यापारी भी चपेट में आए हैं। कई व्यापारियों को पता ही नहीं है कि उनके खाते ‘लीन’ हुए हैं। हमने इस मामले में सरकार को पत्र लिखा है। आशा करते हैं सरकार जल्द कुछ कदम उठाएगी।नागपुर, महाराष्ट्र समाचार, Nagpur News, Maharashtra News,

Created On :   4 May 2025 6:24 PM IST

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