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Nagpur News: डंपिग यार्ड में आग से टला स्वच्छ भारत सर्वेक्षण, अधिकारी-कर्मचारी रहे व्यस्त

- त्रिपक्षीय मूल्यांकन समिति अब अगले सप्ताह आ सकती है
- त्रिपक्षीय मूल्यांकन को ऐसे समझें
- माैखिक चर्चा हुई, हालांकि हमारी ओर से पूरी तैयारी थी
Nagpur News. नीरज दुबे | भांडेवाड़ी डंपिग यार्ड में 19 अप्रैल को भीषण आग लगी, जिसे बुझाने में 10 दिन लगे। इसके चलते स्वच्छ भारत अभियान की त्रिपक्षीय मूल्यांकन समिति का दौरा भी टल गया। अब अगले सप्ताह त्रिपक्षीय मूल्यांकन समिति भांडेवाड़ी में कचरा व्यवस्थापन प्रक्रिया, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट समेत अन्य पहलुआंे का निरीक्षण कर सकती है। इस समिति को अप्रैल के अंतिम सप्ताह में शहर में दो श्रेणी में मूल्यांकन करना था, लेकिन डपिंग यार्ड की आग में अधिकारियों और कर्मचारियों की व्यस्तता के चलते संभव नहीं हो पाया। वहीं, आला अधिकारियों का दावा है कि मनपा की ओर से मूल्यांकन को लेकर सभी तैयारी कर ली गई थी, लेकिन समिति के अन्य जिले में दौरे में देरी के चलते शहर में मूल्यांकन में देरी हुई है।
त्रिपक्षीय मूल्यांकन को ऐसे समझें
- स्वच्छता सर्वेक्षण के बाद मनपा के दस्तावेजों और प्रस्तुतिकरण को लेकर केन्द्र सरकार से त्रिपक्षीय मूल्यांकन कराया जाता है।
- दो अलग-अलग टीम के माध्यम से वाटर प्लस-प्लस और कचरामुक्त शहर के लिए अलग से कुल 2500 अंकों में मूल्यांकन होता है।
- मनपा को सीवेज ट्रीटमेंट कर महाजेनको को आपूर्ति करने से आमदनी होने पर पिछले दो सालों से वाटर प्लस-प्लस मिल रहा है।
- वाटर प्लस-प्लस में 1200 अंकों के लिए द्रव्य कचरा (लिक्विड वेस्ट), सामुदायिक शौचालय, सार्वजनिक शौचालयों की व्यवस्था, नालों की स्थिति का भी सर्वेक्षण होता है।
- कचरामुक्त शहर (गार्बेज फ्री सिटी) में 1300 अंकों में घर-घर के कचरा संकलन, कचरा विलगीकरण, सूखा और गीले कचरे का व्यवस्थापन, व्यवस्थापन व्यवस्था का मूल्यांकन किया जाता है। भांडेवाड़ी में 19 अप्रैल को भीषण आग के चलते मनपा की सलाहकार एजेंसी केपीएमजी से दौरे को लेकर असमर्थता जताई थी।
माैखिक चर्चा हुई, हालांकि हमारी ओर से पूरी तैयारी थी
वसुमना पंत, अतिरिक्त आयुक्त, (शहर), मनपा के मुताबिक त्रिपक्षीय मूल्यांकन समिति से मौखिक रूप से चर्चा हुई थी। इस दौरान समिति से ही 1 सप्ताह का अतिरिक्त समय मुहैया कराया गया था, क्योंकि किसी अन्य शहर में सर्वेक्षण में समिति व्यस्त थी। यह सही है कि भांडेवाड़ी में आग पर काबू पाने के लिए पूरा महकमा व्यस्त था, लेकिन हम सर्वेक्षण के लिए तब भी पूरी तरह से तैयार थे। समिति कभी भी निरीक्षण कर सकती है।
Created On :   5 May 2025 6:53 PM IST