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Nagpur News: डेंगू के लक्षण लेकिन रिपोर्ट आ रही निगेटिव, वायरल के मरीजाें की संख्या बढ़ी

- सरकारी अस्पतालों में वायरल फीवर के मरीजाें की संख्या बढ़ी
- बुखार व पीठदर्द से परेशान मरीज
- सामान्य बुखार के साथ डेंगू के लक्षण
- उपराजधानी में मानसून का आगमन तय समय में नहीं हो पाया
Nagpur News. 7 जून को मानसून का आगमन होता है। लेकिन इस बार उपराजधानी में मानसून का आगमन तय समय में नहीं हो पाया। पिछले पांच सालों से यही स्थिति बन रही है। पर्यावरण व प्रकृति को नुकसान होने से प्रदूषण का प्रमाण बढ़ चुका है। परिणामस्वरुप मौसम विषम होकर ऋतुचक्र अपनी अवधि में नहीं घुम रहे हैं। इसका असर जीवों के स्वास्थ्य पर होने लगा है। सरकारी अस्पतालों में इन दिनों वायरल फीवर के मरीजाें की संख्या बढ़ी है। मेयो व मेडिकल की ओपीडी में आनेवाले कुल मरीजों में 20 फीसदी मरीज वायरल फीवर के आ रहे है। इनमें से 2 फीसदी डेंगू संदिग्ध होने से उनकी जांच करनेपर रिपोर्ट निगेटिव आ रही है।
बुखार व पीठदर्द से परेशान मरीज
मौसम के विपरीत माहौल में गर्मी के दिनों में बारिश और बारिश के दिनों में गर्मी का एहसास हो रहा है। मौसम के बदलाव के चलते बीमारियों का प्रमाण बढ़ गया है। संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। हर दूसरे घर में सर्दी, बुखार, खांसी, बदनदर्द के मरीज पाए जा रहे हैं। वहीं डेंगू जैसे बुखार के डर ने मरीजों को परेशान कर रखा है। यह मरीज सर्दी, खांसी, अचानक बुखार आना, पीठ दर्द आदि से परेशान है। इसे मल्टिपल वायरल कहा जा रहा है। जो मरीज संदिग्ध पाए जाते है, उनकी डेंगू की रक्त जांच करनेपर रिपोर्ट निगेटिव आ रही है। सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में पहुंचनेवाले मरीजों में सर्दी, खांसी, बुखार, बदनदर्द जैसी शिकायतें अधिक प्रमाण में देखी जा रही है।
सामान्य बुखार के साथ डेंगू के लक्षण
सूूत्रों ने बताया कि मेडिकल की ओपीडी में हर रोज औसत 2200 से अधिक मरीज जांच व उपचार के लिए आते हैं। उनमें सभी तरह के मरीज होते हैं। इनमें वायरल फीवर के मरीजों की संख्या 15 फीसदी यानि 330 होती है। इन दिनों यह संख्या बढ़ चुकी है। अब सामान्य बुखार के मरीज 20 फीसदी यानि 440 और कभी कभी इससे अधिक हो जाती है। वहीं मेयो अस्पताल की हर रोज की ओपीडी औसत 1600 है। यहां भी मेडिकल जैसी ही स्थिति है। सामान्य बुखार के मरीजों में अधिकतर में डेंगू जैसे लक्षण दिखायी दे रहे हैं। ऐसे मरीजों में जो संदिग्ध होते हैं, उन्हें रक्त जांच की सलाह दी जाती है। रक्तजांच के बाद डेंगू निगेटिव होने का पता चल रहा है। इसे मल्टिपल वायरल कहा जा रहा है। इसमें मरीजों में सामान्य बुखार के साथ ही डेंगू के लक्षण भी होते है। खास कर पीठ दर्द अधिक हाेता है।
संदिग्धों की होती नियमित रक्तजांच
पांच से सात दिन तक लगातार बुखार होने पर मरीज व परिजन दहशत में आ जाते हैं। पहले वे सरकारी अस्पताल जाते हैं। वहां तुरंत आराम नहीं होने पर निजी अस्पतालों का रुख कर रहे हैं। निजी अस्पताल वाले मरीजों को भर्ती करने के बाद ही अलग-अलग जांच करवाने में लग जाते है। मरीजों को 5-7 दिन अस्पतालों में ही रखा जा रहा है। सरकारी अस्पतालों के साथ ही निजी अस्पतालों व छोटे क्लिनिकों में भी वायरल फीवर के मरीजों की संख्या बढ़ चुकी है। मेयो व मेडिकल, निजी अस्पतालों व विविध लैब के साथ ही मनपा अस्पतालों में भी नियमित रुप से संदिग्ध मरीजों की नियमित रक्तजांच की जा रही है। फिलहाल शहर डेंगू जैसी बीमारी के खतरे से बाहर है।
Created On :   17 Jun 2025 7:22 PM IST