- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- ट्रेनों में टिकट के लिए मारामारी,...
Nagpur News: ट्रेनों में टिकट के लिए मारामारी, मामूली वेटिंग लिस्ट पर ही टिकट देना बंद

- 25 प्रतिशत प्रतिसूची के बाद नहीं दी जा रही टिकटें
- परेशान हो रहे यात्री
Nagpur News नागपुर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को टिकट प्राप्त करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मामूली प्रतीक्षासूची (वेटिंग लिस्ट) होने के बावजूद टिकट उपलब्ध नहीं हो रही है, और कई ट्रेनों में "रीग्रेट" की स्थिति बनी हुई है। इससे यात्रियों, खासकर आपातकालीन स्थिति में यात्रा करने वालों को, ट्रेन से सफर करने में दिक्कत हो रही है। शनिवार को मुंबई, पुणे, दिल्ली, और हावड़ा की ओर जाने वाली अधिकांश ट्रेनों में टिकटें नहीं मिल पाईं, जिससे यात्रियों में निराशा देखी गई। यह समस्या कई दिनों से जारी है, जिसके कारण यात्रियों की परेशानी बढ़ती जा रही है।
पहले रेलवे में आरक्षित टिकट 90 दिन पहले बुक किए जा सकते थे, लेकिन अब यह अवधि घटाकर 60 दिन कर दी गई है। इसका उद्देश्य लंबी प्रतीक्षासूची से बचाना था, और यह नियम यात्रियों को सुविधाजनक लगने लगा था। हालांकि, अब रेलवे ने प्रतीक्षासूची में भी टिकट देना बंद कर दिया है। इसका परिणाम यह है कि मामूली प्रतीक्षासूची होने पर भी टिकट नहीं मिल रहे। नागपुर स्टेशन पर सुबह से टिकट लेने आने वाले यात्रियों को खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। ऑनलाइन बुकिंग में भी "रीग्रेट" की स्थिति दिखाई दे रही है, जिससे यात्रियों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
शनिवार को स्थिति और भी गंभीर थी। मुंबई, पुणे, हावड़ा, और दिल्ली की ओर जाने वाली ट्रेनों में टिकटों की भारी किल्लत रही। विदर्भ एक्सप्रेस (12106), दुरंतो एक्सप्रेस (12290), और गीतांजलि एक्सप्रेस (12860) जैसी ट्रेनों में स्लीपर और एसी-3 श्रेणी में टिकट उपलब्ध नहीं थे। कुछ ट्रेनों में केवल एसी-2 में सीमित टिकट थे, जबकि एसी-1 में रीग्रेट की स्थिति थी। पुणे जाने वाली नागपुर-पुणे एक्सप्रेस (12136) में स्लीपर में 140 की प्रतीक्षासूची थी, और एसी-2 व एसी-3 में टिकट नहीं थे। हावड़ा की हावड़ा एसएफ एक्सप्रेस (12833) की सभी श्रेणियों में रीग्रेट था। दिल्ली की ओर जाने वाली 22125 नागपुर-अमृतसर एक्सप्रेस, 12611 निजामुद्दीन गरीबरथ एक्सप्रेस, 12625 केरला एक्सप्रेस वहीं 18237 छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में स्लीपर से लेकर सेकंड एसी व थर्ड एसी में रीग्रेट की स्थिति बनी थी।
पहले टिकट देने को लेकर सीमा थी, लेकिन हर ट्रेनों में अलग-अलग थी। लेकिन अब लगातार प्रतिक्षासूची बढने से होनेवाली दिक्कतों को देखते हुए रेलवे ने ट्रेनों मेैं 25 प्रतिशत ही टिकटें देने का निर्णय लिया है। जिसके कारण काउंटरों से आसानी से टिकटें नहीं मिल पा रही है। इसके लिए पहले से टिकटें लेना होगी। स्वप्निल नीला, सीपीआरओ, मध्य रेलवे मुंबई
Created On :   28 Jun 2025 5:59 PM IST