राजनीति: सत्तापक्ष ने कहा - विपक्ष ने खोया आत्मविश्वास

सत्तापक्ष ने कहा - विपक्ष ने खोया आत्मविश्वास
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा-विपक्ष को किसी पर विश्वास नहीं

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शीतसत्र की पूर्व संध्या पर सत्तापक्ष व विपक्ष ने एक दूसरे काे जमकर आड़े हाथ लिया। सत्तापक्ष की ओर से कांग्रेस व शिवसेना उद्धव गुट पर निशाना साधा गया। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा-विपक्ष को किसी पर विश्वास नहीं है। उसने आत्मविश्वास खो दिया है। उद्धव ठाकरे का नाम लिए बिना शिंदे ने कहा-हम दिल्ली जाते हैं। केंद्र सरकार से निधि लाते हैं। पहले के मुख्यमंत्री केवल अहंकार के कारण दिल्ली नहीं जाते थे। अहंकार ने राज्य का नुकसान किया है।

3 राज्यों में पराजय से यह स्थिति : सरकारी आवास रामगिरी में पत्रकार वार्ता में मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा-कान्फिडेंस लेवल गंवा चुका विपक्ष केवल निराधार आरोप लगा रहा है। चायपान का बहिष्कार करते हुए विपक्ष ने जो पत्र भेजा है, उससे पढ़कर लगता है कि विपक्ष ने आज ही अंतिम सप्ताह प्रस्ताव दे दिया है। 3 राज्यों में पराजय से विपक्ष की यह स्थिति हुई है। विपक्ष के गठबंधन इंडिया की बैठक में उनके सहयोगी दलों के 3-4 नेता नहीं पहुंच पाए। हमने डेढ़ वर्ष में राज्य के प्रत्येक घटक तक पहुंचने का कार्य किया है।

‘खड़ग सिंह’ बनने से काम नहीं चलता : सब जानते हैं,भ्रष्टाचार किसने किया है। ढाई वर्ष में खिचड़ी, ऑक्सीजन प्लांट व कोविड राहत के नाम पर जो भ्रष्टाचार हुआ, उसे भी उजागर करेंगे। दिल्ली दौरे को लेकर जो हम पर कठपुतली होने का आरोप लगाने लगे हैं, वह तो मैडम की अनुमति के बिना नाक भी नहीं खुजला सकते हैं। हम विकास निधि लाने के लिए दिल्ली जाते हैं। खड़ग सिंह बनने से काम नहीं चलता है।

विपक्ष की भूमिका विकास विरोधी : विकास प्रकल्पों को बंद कराने वाले विकास का पाठ पढ़ने लगे हैं। मेट्रो, मेट्रो 3 व आरे प्रकल्प सहित अन्य प्रकल्पों के जो कार्य बंद कराए गए थे, उन्हें अब शुरू करके गति दी जा रही है। विपक्ष की भूमिका विकास विरोधी है।

अर्थव्यवस्था के झूठे दावे: ठेका भर्ती का शासनादेश तो उद्धव ठाकरे के कार्यकाल में लिया गया था। राज्य की अर्थव्यवस्था को लेकर विपक्ष झूठे दावे कर रहा है। 10 वर्ष में राज्य की अर्थव्यवस्था 16 लाख करोड़ से 35 लाख करोड़ तक पहुंच गई है।

सत्र की अवधि बढ़ाने में दिक्कत नहीं : उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा-शीतसत्र की अवधि बढ़ाने में किसी को दिक्कत नहीं है। 19 दिसंबर को कामकाज सलाहकार समिति की बैठक होगी। उसमें इस विषय पर भी चर्चा होगी, लेकिन जो शीतसत्र की अवधि को लेकर सवाल उठा रहे हैं, उन्हें पहले जवाब देना चाहिए कि नागपुर में दो साल तक सत्र क्यों नहीं कराया गया। विपक्ष के पत्र में विदर्भ व मराठवाड़ा का उल्लेख नहीं है।

अपराध अन्य राज्यों से घटा है : एनसीआरबी अर्थात केंद्रीय क्राइम दर ब्यूरो की रिपोर्ट को लेकर फडणवीस ने कहा-विपक्ष पहले एनसीआरबी की रिपोर्ट पढ़ना सीख लें। जनसंख्या के अनुपात में महाराष्ट्र में अपराध दर अन्य राज्यों से कम है।

Created On :   7 Dec 2023 5:06 AM GMT

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