दहशत के पल: एक तरफ ढलान, दूसरी तरफ तालाब और सामने बाघिन - रिवर्स लेते वक्त पलटी जिप्सी

एक तरफ ढलान, दूसरी तरफ तालाब और सामने बाघिन - रिवर्स लेते वक्त पलटी जिप्सी
  • चालक, गाइड घायल, पर्यटक सुरक्षित
  • उमरेड के गोठनगांव में घटना
  • सभी पर्यटक नागपुर निवासी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जंगल सफारी के दौरान अजीबोगरीब घटना हुई। बाघिन को आते देख जिप्सी चालक ने उससे दूरी बनाए रखने के लिए जिप्सी को रिवर्स लिया। उस समय पर्यटकों से भरी जिप्सी तालाब के किनारे थी। रिवर्स लेते समय गाइड व चालक का तालमेल ठीक से नहीं बना और 6 पर्यटकों से भरी जिप्सी ढलान की ओर पलट गई। दो पलटी खाकर जिप्सी वापस खड़ी हो गई। गनीमत रही कि जिप्सी ढलान की ओर पलटी, दूसरी तरफ तालाब रहने से बड़ा अनर्थ हो सकता था। बहरहाल, घटना में पर्यटकों को तो चोट नहीं आई, लेकिन ड्राइवर व गाइड जख्मी हो गए। यह घटना रविवार की सुबह उमरेड करांडला कुही रेंज के गोठनगांव में हुई है।

और ऐसे हुई यह घटना

रविवार को जंगल सफारी करने के लिए वैसे ही लोगों की भीड़ लगी रहती है। इसमें एक परिवार ने ऑनलाइन बुकिंग कर सुबह 7 बजे की सफारी ली थी। जिप्सी नंबर एमएच 12 यूएफ 9240 अमर गजभिये चला रहा था। गाइड की जगह नरेश गायमुख थे। जिप्सी गोठनगांव परिसर में पहुंची थीं। सूत्रों की मानें तो यहां लंगूर व हिरण द्वारा बाघ का कॉल देने से बहुत सारी जिप्सियां एक जगह पर जमा हो गई थी। इस बीच पांधन रोड से जिप्सी के सामने ही एफ-2 नामक बाघिन आती दिखाई दी। चालक ने उससे दूरी बनाए रखने के लिए जिप्सी को धीरे-धीरे पीछे लिया। एक तरफ तालाब व दूसरी तरफ ढलान, आगे बाघिन। वह सावधानी से धीरे-धीरे जिप्सी को पीछे ले रहा था। इस बीच चालक व गाइड का तालमेल बिगड़ गया, जिससे जिप्सी ढलान की ओर झुक गई। एक तरफ भार ज्यादा होने से जिप्सी पलट गई। दो बार पलटी खाने के बाद जिप्सी पूर्ववत स्थिति में खड़ी हुई। हादसे के बाद जमकर शोर-शराबा हुआ। क्षतिग्रस्त जिप्सी से पर्यटकों को बाहर निकाल दूसरे जिप्सी में एडजस्ट किया गया। पर्यटकों को कोई चोट नहीं आई, लेकिन सब बहुत डर गए थे।

गेट पर पर्यटकों ने किया हंगामा

घटना के बाद जब पर्यटकों को वापस गेट पर लाया गया तो उन्होंने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। आरएफओ की ओर से समझाइश के बाद शांत होकर लौटे। सभी पर्यटक नागपुर के निवासी थे।

बैठक के बाद जिप्सी को किया प्रतिबंधित

घटना के तुरंत बाद ही वन विभाग की ओर से गाइड की बैठक ली गई, जिसके बाद उपरोक्त घटना के जिप्सी चालक व गाइड समेत जिप्सी को भी प्रतिबंधित कर दिया गया।

Created On :   29 Jan 2024 1:13 PM GMT

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