नागपुर: केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा क्षेत्र के अनुसार बीमारी का अध्ययन करना जरूरी

केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा क्षेत्र के अनुसार बीमारी का अध्ययन करना जरूरी
  • लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान बोले केंद्रीय मंत्री गडकरी
  • बीमारियों का उपचार सरकारी अस्पतालों में होना चाहिए

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पूर्व विदर्भ में सिकलसेल व थैलेसीमिया बीमारी चिंता का विषय बनी है। मेयो, मेडिकल व एम्स में इन बीमारियों का उपचार करने के लिए विचार करना जरूरी है। अंग प्रत्यारोपण से सिकलसेल तक सभी प्रकार की बीमारियों का उपचार सरकारी अस्पतालों में होना चाहिए। किस क्षेत्र में किस बीमारी का प्रमाण अधिक है, इसका अध्ययन करने की आवश्यकता है। इस आधार पर उपचार सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए। ऐसा केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने कहा। शनिवार को मेयो अस्पताल में प्रस्तावित 500 बिस्तर क्षमता व अन्य विभागों का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी डॉ. विपिन इटनकर, चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक डॉ. दिलीप म्हैसेकर, विधायक विकास कुंभारे, पूर्व महापौर दयाशंकर तिवारी, अधिष्ठाता डॉ. रवि चव्हाण प्रमुखता से उपस्थित थे।

कार्यक्रम में बतौर अध्यक्ष नितीन गडकरी ने कहा कि नागपुर के इतिहास में मेयो अस्पताल सबसे पुराना सरकारी अस्पताल है। यहां बड़े प्रमाण में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग उपचार के लिए आता है। सर्वोत्तम चिकित्सा सेवा व अत्याधुनकि सुविधाओं के बल पर इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेयो) का नाम नागपुर में ही नहीं बल्कि देश मंे अव्वल होना चाहिए। ऐसी अपेक्षा केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने व्यक्त की। 500 बिस्तर क्षमता वाली इमारत तैयार होने पर यहां अधिकाधिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। जिससे गरीब मरीजों को उपचार सुविधाओं में आसानी होगी। इसके अलावा पार्किंग, 24 घंटे पानी, विद्यार्थियों के लिए छात्रावास, डॉक्टरों के लिए निवास की व्यवस्था आदि पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। नागपुर के तापमान को देखते हुए पूरा अस्पताल वातानुकूलित करने और नई योजना में समीप के मेट्रो स्टेशन के साथ अस्पताल को जोड़ने की सलाह दी है। ताकि मरीजों को सीधे मेट्रो से अस्पताल पहुंचने में आसानी होगी। उन्हें निजी वाहनों से अस्पताल तक आने की आवश्यकता नहीं होगी। यातायात की समस्या को देखते हुए भंडारा रोड फोर लेन किया जानेवाला है। ऐसा भी उन्होंने बताया।

500 बिस्तर क्षमता वाली 7 मंजिला इमारत में उच्च दर्जे के अत्याधुनिक अपघात विभाग, 8 प्रकार के अतिदक्षता विभाग, छोटे बच्चों के लिए विशेषोपचार, सुसज्ज माता व बालरोग विभाग, 7 अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटर, केंद्रीय प्रयोगशाला, ब्लड बैंक आदि सुविधाएं होंगी। मरीजाें को एक ही छत के नीचे सभी तरह के उपचार सुविधा मिल सकेगी। केंद्रीय मंत्री गडकरी ने चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक डॉ. दिलीप म्हैसेकर से अनुरोध किया कि स्वास्थ्य क्षेत्र की योजनाएं मंजूर करते समय केवल उपकरणों के लिए ही नहीं बल्कि मनुष्यबल के लिए भी निधि उपलब्ध करानी चाहिए। कई बार मशीनें होती हैं तो ऑपरेटर नहीं होते। विभाग बन जाते हैं तो मनुष्यबल नहीं होता। ऐसे में योजनाओं पर पानी फिर जाता है। मेयो के अधिष्ठाता ने प्रास्ताविक में बताया कि 500 बिस्तर क्षमता के लिए 7 मंजिला इमारत के लिए 146 करोड़ रुपए मंजूर किये गए हैं। यह इमारत 11 मंजिला तैयार करना है। इसके लिए निर्माण क्षमता वैसी ही तैयार की जा रही है। इसलिए सरकार से गुजारिश की गई कि चार माले बढ़ाने की मंजूरी के साथ ही निधि भी उपलब्ध कराने की बात उन्होंने रखी। ताकि यहां और विभागों को जोड़ा जा सके।

शनिवार को मेयो अस्पताल में 500 बिस्तर क्षमता वाली प्रस्तावित मेडिसिन विंग इमारत का भूमिपूजन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने की। इस अवसर पर विविध विकाय कार्यों का लोकार्पण किया गया। पॉवर ग्रिड पश्चिम क्षेत्र-1 नागपुर कार्यालय द्वारा मेेयो अस्पताल में नवनिर्मित प्रतीक्षालय के लिए सीएसआर अंतर्गत करीब 1 करोड़ रुपए निधि दी गई है। इस प्रतीक्षालय का लोकार्पण केंद्रीय मंत्री के हाथों हुआ। प्रतीक्षालय में अधिकतम 200 लोगों को बैठने व विश्राम करने की व्यवस्था की गई है। यहां पानी व प्रसाधन गृह भी तैयार किया गया है। कार्यक्रम में पॉवरग्रिड पश्चिम क्षेत्र-1 नागपुर के कार्यपालक निदेशक आलोक समेत पावरग्रिड के अधिकारी गण उपस्थित थे। मेयो की प्राध्यापक व श्वसन रोग विभाग प्रमुख डॉ. राधा मुंजे के हाथों कार्यपालक निदेशक आलोक का सत्कार किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी, चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक डॉ. दिलीप म्हैसेकर, जिलाधिकारी डॉ. विपिन इटनकर, पूर्व महापौर दयाशंकर तिवारी, विधायक विकास कुंभारे अधिष्ठाता डॉ. रवि चव्हाण प्रमुखता से उपस्थित थे।


Created On :   25 Feb 2024 11:48 AM GMT

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