Panna News: भीषण गर्मी में अतिथि शिक्षकों के दस्तावेजों के सत्यापन में लापरवाही, महिला अभ्यर्थी बच्चों संग परेशान

भीषण गर्मी में अतिथि शिक्षकों के दस्तावेजों के सत्यापन में लापरवाही, महिला अभ्यर्थी बच्चों संग परेशान
  • भीषण गर्मी में अतिथि शिक्षकों के दस्तावेजों के सत्यापन में लापरवाही
  • महिला अभ्यर्थी बच्चों संग परेशान

Panna News: आगामी सत्र 2025-26 में मध्यप्रदेश के शासकीय विद्यालयों में शैक्षणिक कार्य करने के लिए अतिथि शिक्षकों के दस्तावेजों के सत्यापन कार्य संकुल प्राचार्य द्वारा किये जाने का आदेश आयुक्त द्वारा दिया गया है परंतु संकुल प्राचार्य की उदासीनता और लापरवाही के चलते उनका सत्यापन कार्य नहीं हो पा रहा है। ऐसा ही एक मामला आज नगर के शासकीय मनहर कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पन्ना का संज्ञान में आया है। जहॉं पर अतिथि शिक्षकों की भर्ती के लिए चल रहे दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया में भारी अनियमितता सामने आई है। भीषण गर्मी में दूर-दराज से आई महिला अभ्यर्थी अपने छोटे-छोटे बच्चों को लेकर घंटों परेशान होती रहीं। आज सुबह 11 बजे से सत्यापन कार्य शुरू होना था लेकिन यह कार्य दोपहर ०1 बजे के बाद शुरू हो सका।

विद्यालय की प्राचार्य समय पर नही पहुॅंचीं जिसके चलते उनके कक्ष में ताला लटका रहा। अपनी परेशानी को लेकर इधर-उधर भटक रहे अभ्यर्थियों ने जब अपनी बात अधिकारियों तक पहुॅंचाने की कोशिश की तब जाकर दोपहर 1:10 बजे सत्यापन कार्य शुरू हो पाया। यहॉं पर यह अनियमितता पिछले कई दिनो से जारी है। अभ्यर्थियों का कहना है कि उन्हें घंटों धूप में इंतजार करना पड़ता है और सत्यापन कार्य में भी काफी विलंब किया जा रहा है। जिसके कारण सभी अतिथि शिक्षक अपना सत्यापन कार्य समय पर नहीं करवा पा रहे हैं। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी पन्ना को भी जानकारी दी गई है लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। आज की घटना को देखकर चिराग तले अंधेरा वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। अधिकारियों की संवेदनहीनता और लापरवाही को उजागर करती यह घटना बड़े पदों पर बैठे अफसरों की मानवता को बेनकाब करती है। छोटे-छोटे बच्चों के साथ तपती धूप में इंतजार कर रही महिलाओं की परेशानी देखकर भी अधिकारियों का समय पर न पहुॅंचना संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है। अभ्यर्थियों ने जिला कलेक्टर से मॉंग की है कि वह इस मामले पर तत्काल संज्ञान लिया जाए और जिम्मेदारों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए जिससे भविष्य मे उन्हें इस तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े।

क्या है पूरा मामला

असल में ०1 मई 2025 को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस पर प्रदेश के शिक्षा विभाग में विगत 15 वर्षों से कार्यरत 70 हजार अतिथि शिक्षकों को एक झटके में चार माह के लिए बेरोजगार कर दिया था। जिसको लेकर मीडिया ने तत्परता पूर्वक इस समस्या को उठाया था जिससे सरकार की किरकिरी हुई थी। जिस पर शिक्षा मंत्री ने आनन-फानन में15 जून से अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति करने के लिए आयुक्त के साथ बैठक की और आदेश दिया कि नवीन अतिथि शिक्षक पोर्टल 3.0 पर अतिथि शिक्षकों की समस्त जानकारी तत्काल हस्तांतरित की जाये। जिससे सभी अतिथि शिक्षकों की नियुक्तियॉं 15 जून तक हो सके।

इनका कहना है

प्राचार्य की सिम लॉक हो गई थी जिसके कारण उसमें ओटीपी आना संभव नहीं था। मुझे जैसे ही जानकारी मिली मैंने सहायक संचालक व बीईओ को वहां भेजा। थोडी देर के बाद मैं स्वयं भी वहां पहुंच गया। चूंकि एक दिन पहले उनकी सिम ब्लाक हो गई थी इस वजह से दो दिन में संख्या अधिक हो गई थी। साथ ही दो-तीन प्राचार्यो को और बुलाया गया और दोपहर तक वहां पहुंचे सभी अतिथि शिक्षकों के दस्तावेजों का सत्यापन कर दिया गया।

रवि प्रकाश खरे

जिला शिक्षा अधिकारी पन्ना

Created On :   17 May 2025 12:49 PM IST

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